आसाराम को राहत नहीं, रेप का केस चलेगा
नयी दिल्ली:रेप मामले में फंसे आसाराम बापू को अभी राहत मिलने नहीं जा रही है. जोधपुर पुलिस ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि आसाराम से रेप की धारा 376 नहीं हटाई गई है. डीसीपी का कहना है कि आसाराम से कोई धारा नहीं हटाई गई है. इससे पहले जोधपुर पुलिस ने आसाराम को […]
नयी दिल्ली:रेप मामले में फंसे आसाराम बापू को अभी राहत मिलने नहीं जा रही है. जोधपुर पुलिस ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि आसाराम से रेप की धारा 376 नहीं हटाई गई है. डीसीपी का कहना है कि आसाराम से कोई धारा नहीं हटाई गई है. इससे पहले जोधपुर पुलिस ने आसाराम को राहत देते हुए धारा 376 हटाने की बात कही थी. उधर, जोधपुर पुलिस समन लेकर अहमदाबाद पहुंच गई है.
प्रवचनकर्ता आसाराम के खिलाफ एक नाबालिग बालिका से कथित यौन शोषण मामले की जांच कर रही जोधपुर पुलिस की दो सदस्यीय टीम कल से यहां जांच कर रही है.
छिंदवाड़ा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यहां बताया कि जोधपुर पश्चिम (डाकिया बाग) पुलिस थाना प्रभारी सत्यप्रकाश एवं महिला प्रकोष्ठ थाना प्रभारी मुक्ता पारिख की टीम ने आठ बिंदुओं की जांच पर अपना ध्यान केंद्रित किया है. इसमें पीडि़ता छिंदवाड़ा स्थित आसाराम आश्रम (गुरुकुल) में कब से थी, वह यहां कब और कहां गई, उसे कब से और क्या बीमारी थी, उसका यहां इलाज क्यों नहीं हुआ, यहां से उसे जोधपुर कौन लेकर गया, वार्डन पर लगे आरोपों की सत्यता तथा पढ़ाई के दौरान उसका व्यवहार कैसा था.
उन्होंने बताया कि जोधपुर पुलिस की टीम आसाराम आश्रम के सेवाकर्मियों, प्राचार्य एवं अधीक्षिका आदि से पूछताछ एवं अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही है.
उन्होंने बताया कि छिंदवाड़ा पुलिस ने बारहवीं कक्षा की सोलह वर्षीय पीडि़त छात्रा के दसवीं में पढ़ने वाले चौदह वर्षीय भाई को दो दिन तक अपने संरक्षण में रखने के बाद कल उसके पिता को सौंप दिया है. पीडि़ता के पिता इस समय जोधपुर पुलिस के जांच दल के साथ है. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि संत आसाराम का विरोध करने के लिए आज यहां एक दल के कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला जलाया तथा भारतीय गोंडवाना पार्टी के कार्यकर्ताओं ने छिन्दवाड़ा आश्रम सील करने के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है.
उल्लेखनीय है आसाराम कल एकांतवास के लिए इंदौर पहुंचे थे. आसाराम के छिंदवाड़ा आश्रम की सोलह वर्षीय छात्रा द्वारा जोधपुर आश्रम में उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद संत के खिलाफ इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जोधपुर पुलिस को कार्रवाई के लिए स्थानांतरित किया था. उधर, आसाराम के प्रवक्ता ने इस आरोप का खंडन किया है.
जोधपुर पुलिस के अनुसार जांच के दौरान पाया गया कि पीडि़त किशोरी जोधपुर के मनाई आश्रम में एक धार्मिक कृत्य के लिए आसाराम से मिलने की इच्छुक नहीं थी, लेकिन उसके माता-पिता ने उसके वहां जाने पर जोर दिया था. उसने छिन्दवाड़ा में अपने गुरुकुल में कथित तौर पर उल्टी और चक्कर आने की शिकायत की थी.
इसके बाद उसके माता-पिता को सूचित किया गया और गुरुकुल के सेवादारों ने बताया कि उसकी हालत गंभीर है और उसे किसी बुरी आत्मा ने अपने कब्जे में ले लिया है. उन लोगों ने झाड़फूंक के नाम पर विशेष अनुष्ठान के लिए उसे बापू के पास ले जाने को कहा. लड़की ने इनकार कर दिया और जिसके बाद उसके माता-पिता को कुछ दिनों के लिए उसे घर ले जाने को कहा गया, ताकि वह आराम कर सके, लेकिन उसके माता-पिता ने बापू के पास जाने पर जोर दिया, जो उस वक्त जोधपुर में थे और इस तरह वे वहां गये.
जोधपुर पुलिस मामले के इस पहलू की संभावना की भी जांच कर रही है कि लड़की के परिवार द्वारा आसाराम के खिलाफ कोई साजिश तो नहीं की गयी.
छिंदवाड़ा एवं शाहजहांपुर भेजे गये पुलिस दल की रिपोर्ट के आधार पर आसाराम को पूछताछ के लिए पुलिस आज-कल में जोधपुर तलब कर सकती है.