नयी दिल्ली : वैकल्पिक राजनीति का सफर ‘‘फिर से शुरु’’ करने का लक्ष्य लेकर चल रहे प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की अगुवाई वाले आम आदमी पार्टी (आप) के बागी धडे ने आगामी ‘स्वराज संवाद’ के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजुट करना शुरु कर दिया है. इससे पार्टी के एक धडे ने कार्यकर्ताओं को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा है कि बैठक में हिस्सेदारी ‘‘अनुशासनहीनता’’ मानी जाएगी.
प्रशांत और योगेंद्र का धडा अंबेडकर जयंती के मौके पर आयोजित किए जाने वाले ‘स्वराज संवाद’ के प्रचार-प्रसार के लिए फेसबुक और ट्विटर जैसी साइटों का इस्तेमाल कर रहा है. बहरहाल, इस धडे का कहना है कि वे इस मामले को ‘‘गैर-जरुरी तरीके से बढाना-चढाना’’ नहीं चाहते. इस पहल के फेसबुक पेज पर लिखा गया है, ‘‘आंदोलन आज कहां खडा है, इसके बारे में आपका क्या आकलन है ? हमारे आंदोलन के भविष्य की दिशा क्या होनी चाहिए ? 14 अप्रैल के बाद हमें कैसे आगे बढना चाहिए ?’’ गुडगांव के इफको चौक में सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक आयोजित किए जाने वाले संवाद के लिए पूर्व-आमंत्रण भी जारी किया गया है.
कार्यक्रम के आयोजन को लेकर आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर भी जारी है. असंतुष्ट धडा अरविंद केजरीवाल के वफादारों पर कार्यक्रम में बाधा डालने की कोशिश के आरोप लगा रहा है. एक नेता ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि जिस पार्टी ने हमेशा वार्ता की वकालत की है, वह कार्यकर्ताओं की ओर से आयोजित वार्ता कार्यक्रम से डरी हुई है.’’ ‘आप’ नेता आनंद कुमार ने कल पार्टी नेतृत्व पर उन सदस्यों को ‘‘अनुशासनिक कार्रवाई’’ की धमकी देने का आरोप लगाया जो 14 अप्रैल की बैठक में हिस्सा लेना चाह रहे हैं.
हालांकि, पार्टी प्रवक्ता आदर्श शास्त्री ने आरोपों को नकारते हुए कहा, ‘‘हमें नहीं पता कि 14 अप्रैल को क्या हो रहा है. न ही कोई चेतावनी दी गई है.’’ बहरहाल, उन्होंने कहा कि यदि कोई पार्टी पदाधिकारी ऐसे किसी कार्यक्रम में जाएगा तो उसे ‘‘अनुशासनहीनता’’ माना जाएगा.