जेपीसी से भाजपा नेताओं की होगी छुट्टी!

नयी दिल्ली:कांग्रेस जेपीसी से भाजपा के तीन सदस्यों को हटाना चाहती है. प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा और रवि शंकर प्रसाद को हटाना चाहती है क्योंकि ये लोग राजग सरकार में शामिल थे जब दूरसंचार नियम बनाये गये थे. कांग्रेस सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और कहा कि हितों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:30 PM

नयी दिल्ली:कांग्रेस जेपीसी से भाजपा के तीन सदस्यों को हटाना चाहती है. प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा और रवि शंकर प्रसाद को हटाना चाहती है क्योंकि ये लोग राजग सरकार में शामिल थे जब दूरसंचार नियम बनाये गये थे. कांग्रेस सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और कहा कि हितों के टकराव के चलते भाजपा के ये तीनों सदस्य टूजी रिपोर्ट पर फैसला नहीं कर सकते है.

जेपीसी के सदस्यों ने चाको के प्रति अविश्वास जताया

टूजी मामलों की जांच कर रही संयुक्त संसदीय समिति के भाजपा सहित अनेक विपक्षी दलों के 15 सदस्यों ने आज समिति के अध्यक्ष पी सी चाको पर अविश्वास जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से उन्हें हटाने और उनकी जगह किसी अन्य सदस्य को नया अध्यक्ष बनाने की मांग की. समिति में भाजपा, द्रमुक, अन्नाद्रमुक, जदयू, वाम दलों, तृणमूल कांग्रेस और बीजद के 15 सदस्यों ने मीरा कुमार से मुलाकात कर उनसे चाको को हटाने का आग्रह करते हुए आरोप लगाया कि वह समिति में शुरु से ही अत्यधिक पक्षपातपूर्ण, अनुचित और पूर्वाग्रह वाला रवैया अपना रहे हैं और इसलिए वह इस पद पर बने रहने के काबिल नहीं हैं.

दूसरी तरफ 30 सदस्यीय जेपीसी में कांग्रेस, राकांपा, सपा और बसपा के सदस्य चाको का समर्थन कर रहे हैं. इन 30 सदस्यों में चाको भी शामिल हैं. हालांकि सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि टूजी मामले के मुख्य आरोपी ए राजा को जेपीसी के समक्ष बयान देने के लिए बुलाया जाना चाहिए था. राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने आज संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि जेपीसी के उक्त सभी 15 सदस्यों ने स्पीकर से मिलकर चाको के खिलाफ लिखित में अपना अविश्वास मत जताया है. जेपीसी की मसौदा रिपोर्ट में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को क्लीनचिट दिये जाने के मामले में विपक्ष द्वारा चाको को घेरने की रणनीति के बीच आज समिति की बैठक लोकसभा के एक सदस्य के निधन के कारण स्थगित हो गयी.

चाको ने कहा कि बैठक की नई तारीख बाद में घोषित की जाएगी. संभावना है कि बैठक अगले सप्ताह ही होगी क्योंकि कुछ सदस्यों ने कल बैठक होने पर इसमें शामिल होने में असुविधा जताई है. चाको के खिलाफ समिति के 15 सदस्यों में से राजग सदस्यों ने और अन्य दलों के सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष को दिये अलग अलग पत्रों में अविश्वास जताया है.

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