सिंघल समेत 958 लोग रिहा, एटा जेल भेजे गये तोगड़िया
लखनउ : अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा के सिलसिले में गिरफ्तार किये गये विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) नेता अशोक सिंघल समेत 958 लोगों को आज रिहा कर दिया गया.गृह विभाग के सचिव सर्वेश ने यहां संवाददाताओं को बताया कि रोक के बावजूद अयोध्या चौरासी कोसी परिक्रमा में शिरकत की कोशिश करने पर हिरासत में लिये […]
लखनउ : अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा के सिलसिले में गिरफ्तार किये गये विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) नेता अशोक सिंघल समेत 958 लोगों को आज रिहा कर दिया गया.गृह विभाग के सचिव सर्वेश ने यहां संवाददाताओं को बताया कि रोक के बावजूद अयोध्या चौरासी कोसी परिक्रमा में शिरकत की कोशिश करने पर हिरासत में लिये गये विहिप नेता अशोक सिंघल को शांति भंग की आशंका लगभग समाप्त हो जाने के कारण रिहा कर दिया गया है और वह दिल्ली रवाना हो गये हैं.
उन्होंने बताया कि विहिप नेता प्रवीण तोगड़िया, राम विलास वेदान्ती तथा अयोध्या से भाजपा के पूर्व विधायक लल्लू सिंह को फिलहाल रिहा नहीं किया गया है और उन्हें एटा की जेल में भेजा गया है.
सर्वेश ने बताया कि आज 958 विहिप कार्यकर्ताओं तथा नेताओं को रिहा किया गया है और जब सरकार को यह लगेगा कि तोगड़िया तथा एटा जेल भेजे गये अन्य नेताओं से शांतिभंग का खतरा नहीं है, तो उन्हें भी छोड़ दिया जाएगा.गौरतलब है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनउ पीठ ने आज उत्तर प्रदेश सरकार को आदेश दिया कि अयोध्या चौरासी कोसी परिक्रमा के सिलसिले में गिरफ्तार किये गये विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) नेता अशोक सिंघल, प्रवीण तोगाड़िया तथा स्वामी रामभद्राचार्य यदि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 151 (2) के उल्लंघन के आरोप में अगर अब भी निरुद्ध हैं तो उन्हें तत्काल रिहा कर दिया जाए.
शांतिभंग होने की आशंका से संबंधित धारा 151 (2) के तहत किसी भी व्यक्ति को 24 घंटे से ज्यादा समय तक गिरफ्तार नहीं रखा जा सकता, जब तक वह किसी अन्य मामले में वांछित न हो.
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) राजकुमार विश्वकर्मा ने इस मौके पर बताया कि आज परिक्रमा के सिलसिले में 205 और लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस सिलसिल में अब तक गिरफ्तार किये गये लोगों की संख्या बढकर 2454 पहुंच गयी.उन्होंने बताया कि अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत विहिप ने आज कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, कन्नौज, झांसी, अलीगढ़, कासगंज, लखनउ, बाराबंकी, गाजीपुर तथा बुलंदशहर में विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.