इंदौर : गुरु नानक के साथ विवादास्पद प्रवचनकर्ता आसाराम की कथित तुलना के कारण सिखों की धार्मिक भावनाएं आहत होने का आरोप लगाते हुए आज यहां अदालत में एक शिकायत अर्जी दायर की गयी.सामाजिक कार्यकर्ता और वरिष्ठ वकील इंद्रजीत सिंह भाटिया ने प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट (जेएमएफसी) जितेंद्र सिंह कुशवाह के सामने यह अर्जी दायर की. भाटिया ने संवाददाताओं को बताया कि अदालत ने उनका बयान दर्ज करने के लिये 28 सितंबर की तारीख तय की है.
शिकायतकर्ता ने कहा कि नाबालिग लड़की के यौन शोषण के आरोपों से घिरे आसाराम का बचाव करते हुए इस प्रवचनकर्ता की प्रवक्ता नीलम दुबे ने एक हिंदी समाचार चैनल पर बहस के दौरान गुरु नानक से उनकी (आसाराम की) तुलना कर दी.
उन्होंने कहा, ‘गुरु नानक के साथ आसाराम की तुलना से सिखों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. हमने अदालत से गुहार की है कि आसाराम और उनकी प्रवक्ता के खिलाफ संबद्ध धाराओं में मुकदमा चलाया जाये.’
भाटिया के मुताबिक गुरु नानक के साथ आसाराम की कथित तुलना से इंदौर के सिखों में भारी आक्रोश है. सिखों के एक समूह ने कल 25 अगस्त को भंवरकुआं क्षेत्र में आसाराम का पुतला फूंकने के साथ इस विवादास्पद प्रवचनकर्ता के पोस्टरों पर कालिख पोत दी थी.