जम्मू-कश्मीर में भाजपा, पीडीपी के बीच सीएमपी में कोई समझौता नहीं: राम माधव

बेंगलूर: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने आज कहा कि जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए बीजेपी और पीडीपी के बीच तय साझा न्यूनतम कार्यक्रम (सीएमपी) में ऐसा कुछ नहीं है जिसे कहा जा सके कि भगवा पार्टी ने कोई समझौता किया है. माधव ने कहा कि सीएमपी सिर्फ राज्य में सुशासन एवं स्थिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2015 9:46 PM

बेंगलूर: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने आज कहा कि जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए बीजेपी और पीडीपी के बीच तय साझा न्यूनतम कार्यक्रम (सीएमपी) में ऐसा कुछ नहीं है जिसे कहा जा सके कि भगवा पार्टी ने कोई समझौता किया है. माधव ने कहा कि सीएमपी सिर्फ राज्य में सुशासन एवं स्थिर सरकार देने का दस्तावेज है.

जम्मू-कश्मीर की मौजूदा सामाजिक-राजनीतिक स्थिति पर एक परिचर्चा के इतर माधव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि सीएमपी में ऐसा कुछ नहीं है जिसे कहा जा सके कि हमने कोई समझौता किया है. यह सीएमपी सुशासन एवं विकासोन्मुखी स्थिर सरकार देने के लिए है.’’ माधव ने कहा कि भाजपा-पीडीपी सरकार ‘‘प्रशासन का गठबंधन है, विचारधारा का गठबंधन नहीं…इसे राजनीतिक गठबंधन भी नहीं कहा जा सकता.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास एक जनादेश था जिसका सम्मान करना था. राज्य में एक स्थिर सरकार देने की हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी भी थी. सीएमपी तैयार कर हमने उस संवैधानिक दायित्व को पूरा करने की कोशिश की है.’’माधव ने जोर देकर कहा कि पार्टी ने अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर अपने राजनीतिक रुख से कोई समझौता नहीं किया है, लेकिन पीडीपी के साथ साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर ‘‘देश के व्यापक हितों’’ के लिए सहमति बनी.
उन्होंने कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 पर हमारा नजरिया एक जैसा नहीं है…लेकिन एक स्थिर सरकार देने और संवैधानिक दायित्वों को पूरा करने के लिए हम इस मुद्दे पर साझा समझौते पर पहुंचे हैं ताकि जम्मू-कश्मीर की मौजूदा संवैधानिक स्थिति को बरकरार रखा जा सके. देश के व्यापक हितों को हासिल करने के लिए राजनीति हमें असंभावनाओं में जाने को प्रेरित करती है.’’ माधव ने कहा कि भाजपा ने सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून के मुद्दे पर नपा-तुला रुख अपनाया है. इस मुद्दे पर भाजपा और पीडीपी का नजरिया अलग-अलग है.

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