केजरीवाल ने दिल्ली के लिए करों में अधिक हिस्सेदारी मांगी

नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र को दिए जाने वाले करों में राष्ट्रीय राजधानी को अधिक हिस्सेदारी देने की मांग की और कहा कि राज्य सरकार का केंद्र के साथ कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि केवल केंद्र राष्ट्रीय राजधानी के विकास के लिए धन देता है, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2015 8:30 PM

नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र को दिए जाने वाले करों में राष्ट्रीय राजधानी को अधिक हिस्सेदारी देने की मांग की और कहा कि राज्य सरकार का केंद्र के साथ कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि केवल केंद्र राष्ट्रीय राजधानी के विकास के लिए धन देता है, बल्कि दिल्ली राज्य भी करों के रुप में केंद्र को 65,000 करोड रुपये देती है और बदले में उसे केवल 325 करोड रुपये मिलता है.

उन्होंने कहा, ‘‘ यह गलत धारणा है कि केंद्र दिल्ली के विकास के लिए धन देता है. केंद्र पर्याप्त धन नहीं देता. दिल्ली केंद्र के खजाने में 65,000 करोड रुपये योगदान करती है. यह राशि केंद्र आयकर व सेवाकर के रुप में संग्रह करता है.

केजरीवाल ने कहा, ‘‘ यदि केंद्र हमें अधिक हिस्सेदारी दे तो इससे शहर में आर्थिक गतिविधि बढेगी और हम भी अधिक योगदान करेंगे और इस 65,000 करोड रुपये को 80,000 करोड रुपये और यहां तक कि एक लाख करोड रपये पर ले जाएंगे. ’’ यहां सीआईआई के एक कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार के बीच टकराव की बात को खारिज किया. उन्होंने कहा, ‘‘ हम झगडे में नहीं फंसे हैं. हम किसी से लडना नहीं चाहते. हर किसी की अपनी सीमाएं होती हैं और अपने अधिकार होते हैं. संविधान ने हर किसी को जिम्मेदारियां दी हैं.’’

Next Article

Exit mobile version