मुंबई : शक्ति मिल परिसर में फोटो पत्रकार से छह दिन पहले हुए सामूहिक बलात्कार की घटना के साक्ष्य जुटाने के लिए गुजरात और दिल्ली के फोरेंसिक विशेषज्ञों का दल आज यहां पहुंचा.
पुलिस ने कहा कि आवश्यक उपकरणों से सुसज्जित केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला और गुजरात फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के दो दल पारेल स्थित शक्ति मिल परिसर की गहन जांच कर रहे हैं ताकि घटना में शामिल पांचों आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाये जा सकें. आरोपियों ने 22 अगस्त को फोटो पत्रकार से सामूहिक दुष्कर्म किया था.
उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस गुजरात और दिल्ली के फोरेंसिक विशेषज्ञों का सहयोग ले रही है क्योंकि वे इस तरह की जांच में ज्यादा निपुण हैं.इससे पहले पांचों आरोपी सलीम अंसारी, विजय जाधव, चांद बाबू सत्तार शेख, मोहम्मद कासिम हाफिज शेख उर्फ कासिम बंगाली और सिराज रहमान खान को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
सभी पांचों आरोपियों पर बलात्कार, गलत तरीके से बंधक बनाने, आपराधिक धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है.पीडि़ता 22 अगस्त को शक्ति मिल परिसर में अपने सहकर्मी के साथ गयी थी जहां उसका यौन उत्पीड़न किया गया. इस कुकृत्य का पूरे देश में विरोध हुआ.मुंबई पुलिस ने दावा किया था कि पांचों आरोपियों ने बारी-बारी से पीडि़ता से बलात्कार किया और फिर उसे अपराध स्थल को साफ करने को बाध्य किया.
पुलिस ने घटनास्थल से बीयर की कुछ टूटी बोतल भी बरामद की थी जिससे आरोपियों ने सामूहिक बलात्कार से पहले पीडि़ता को धमकाया था.पुलिस ने कहा कि बोतल से प्राप्त अंगुली के निशान को मामले में साक्ष्य के तौर पर इस्तेमाल किया जायेगा.
मुंबई पुलिस के आयुक्त सत्यपाल सिंह ने कल कहा था कि मामले की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालत के गठन और अभियोजक की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है और आरोपपत्र जल्द से जल्द दाखिल किया जायेगा.
मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने रविवार को कहा था कि मशहूर फौजदारी वकील उज्ज्वल निकम मामले में अभियोजन पक्ष का नेतृत्व करेंगे. निकम 1993 के बंबई सिलसिलेवार विस्फोट और 26/11 के हमले में भी लोक अभियोजक रह चुके हैं.