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नरेंद्र मोदी व ओलांद के बीच नाव पर होगी चर्चा, राफेल व परमाणु संयंत्र पर बात बनने की उम्मीद

पेरिस : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन देशों की विदेश यात्रा के पहले चरण में कल रात फ्रांस की राजधानीपेरिस पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी फ्रांसिसी राष्‍ट्रपति फ्रांस्‍वा ओलांद से वहां आज बातचीत करेंगे. पेरिस पहुंचते ही मोदी का गर्मजोशी से स्‍वागत किया गया. फ्रांस के खेल राज्यमंत्री थिएरी ब्राया ने एयरपोर्ट पर मोदी की अगवानी की. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2015 10:48 AM
पेरिस : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन देशों की विदेश यात्रा के पहले चरण में कल रात फ्रांस की राजधानीपेरिस पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी फ्रांसिसी राष्‍ट्रपति फ्रांस्‍वा ओलांद से वहां आज बातचीत करेंगे. पेरिस पहुंचते ही मोदी का गर्मजोशी से स्‍वागत किया गया. फ्रांस के खेल राज्यमंत्री थिएरी ब्राया ने एयरपोर्ट पर मोदी की अगवानी की.
प्रधानमंत्री और राष्‍ट्रपति ओलांद के बीच आज होने वाली वार्ता में महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग और उभरते क्षेत्रों पर प्रमुख रूप से चर्चा होने की संभावना है. इसमें चर्चा का विषय मुख्‍य रूप से असैन्‍य परमाणु, रक्षा और व्‍यापारिक मुद्दे होंगे. सूत्रों के मुताबिक मोदी और ओलांद की बीच दोपहर बाद होने वाली वार्ता ‘नाव पर चर्चा’ में महाराष्‍ट्र के जैतापुर में फ्रांसिसी परमाणु संयत्र स्‍थापित करने के प्रस्‍ताव के साथ राफेल लड़ाकू विमान समझौते पर चर्चा की संभावना भी जतायी जा रही है.
फ्रांसिसी कंपनियां प्रधानमंत्री मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ कैंपेन में भी रुचि दिखा रही हैं. नाव पर चर्चा में इस मुद्दे पर भी बातचीत होने की संभावना है. इसके अलावा तीन महीने पहले फ्रांस पर हुए आतंकी हमले महीने पहले फ्रांस पर हुए एक हमले की पृष्‍ठभूमि में आतंकवाद के खात्‍मे को लेकर भी चर्चा की जाएगी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता सैयद अकबरुद्दीन ने बताया कि दोनों राष्‍ट्राध्‍यक्षों के बीच कई अरब डॉलर का राफेल समझौते पर बात होगी. उन्होंने कहा ‘भारत और फ्रांस सामरिक साझेदार हैं. इस संदर्भ में असैन्य परमाणु और रक्षा सहयोग के मामलों पर बात की जाएगी. आपने जिन मामलों का जिक्र किया, उनपर भी बात की जाएगी. हम इन मामलों में गति आने की उम्मीद करते हैं.’ अकबरद्दीन ने कहा ‘रक्षा एवं परमाणु संबंधी मामलों पर ठोस वार्ता होगी. परिणाम के लिए इंतजार करें.’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत फ्रांसीसी कंपनियों से उम्मीद करता है कि वे रक्षा और असैन्य परमाणु उर्जा के क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में हिस्सेदार बनें. जैतापुर परियोजना के तहत फ्रांस की कंपनी अरेवा को छह परमाणु संयंत्र लगाने हैं.
इनकी करीब 10,000 मेगावाट विद्युत उत्पादन की क्षमता है लेकिन यह परियोजना बिजली की कीमत पर मतभेदों के कारण लंबे समय से अटकी पडी है. इसी तरह कीमत को लेकर मतभेदों के कारण 126 रफाले लडाकू विमानों की आपूर्ति का समझौता भी गतिरोध में फंसा है.
मोदी चार दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे हैं. वह फ्रांस के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ दो बैठकें करेंगे. एक बैठक में बुनियादी ढांचे और दूसरी बैठक में सुरक्षा के मामले पर चर्चा की जाएगी. वह ओलांद के साथ ‘नाव पे चर्चा’ भी करेंगे.

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