नयी दिल्ली : तीन देशों की यात्रा पर गये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपराह्न चार बजे पेरिस में यूनेस्को के मुख्यालय में वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मैं यहां आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि इस महान संस्थान के 70वीं वर्षगांठ पर मुझे यहां आने का मौका मिला.उन्होंने कहा कि आज यूनेस्को काफी बड़ा हो गया है. हमारा सामूहिक प्रयास यह है कि हम एक ऐसे विश्व में रहे जहां हर देश की अपनी आवाज हो और हर नागरिक को सम्मानित जीवन जीने के लिए मिले और हम खुशहाल भविष्य की रचना कर सकें.
Paris: PM Narendra Modi takes a bow after his speech at UNESCO #modiinfrance pic.twitter.com/euU0vQzPFs
— ANI (@ANI) April 10, 2015
Digital connectivity is most exciting thing, Digital India will enable Govt to connect with citizens digitally: PM pic.twitter.com/IDhuu6eT8m
— ANI (@ANI) April 10, 2015
उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति यूनेस्को के अलावा और कोई संस्थान नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि भारत यूनेस्को के महत्व को समझता है और हम उसके साथ हैं. उन्होंने कहा कि हमारा विश्व आज बेहतर स्थिति में है, तो सिर्फ संयुक्त राष्ट्र की बदौलत. काफी चुनौतियों के बावजूद यह संघ विकसित हुआ है. इस अवसर पर मैं महात्मा गांधी के संदेश को याद करना चाहता हूं, उन्होंने कहा था कि शांति के लिए शिक्षा आवश्यक है.उन्होंने कहा कि हमने सुदूरवर्ती इलाकों में महत्वांकाक्षी योजनाओं की शुरुआत की है, ताकि ग्रामीणों में स्किल डेवलपमेंट हो.
We launched the most ambitious program for skill development in remotest villages: PM at UNESCO pic.twitter.com/iJ1HVvzmNp
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हमारा प्रयास यह है कि डिजिटल कनेक्टीविटी के द्वारा लोगों को जोड़ा जाये.हमने कई ऐसी योजनाओं की शुरुआत की है, जो ग्रामीण इलाकों में हर युवा और बच्चे को शिक्षा उपलब्ध करायेगी. अपने संबोधन के अंत में नरेंद्र मोदी ने हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन किया.