डॉ अंबेडकर की जयंती पर कांग्रेस व संघ करेगा बड़ा आयोजन, दलित चितंक की विरासत हासिल करने की होड़

नयी दिल्ली : आने वाले 14 अप्रैल को डॉ भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती है. महान दलित राजनेता के इस 125वीं जयंती पर भाजपा और कांग्रेस बडे आयोजन करने की तैयारी कर रही है. समाज शास्त्री व राजनीतिक विज्ञानी उनकी इस पहल को दलितों को आकर्षित करने की कवायद का हिस्सा मान रहे हैं. कांग्रेस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2015 6:02 PM
नयी दिल्ली : आने वाले 14 अप्रैल को डॉ भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती है. महान दलित राजनेता के इस 125वीं जयंती पर भाजपा और कांग्रेस बडे आयोजन करने की तैयारी कर रही है. समाज शास्त्री व राजनीतिक विज्ञानी उनकी इस पहल को दलितों को आकर्षित करने की कवायद का हिस्सा मान रहे हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जहां इस दिन मध्य प्रदेश में डॉ अंबेडकर की भूमि महू में एक कार्यक्रम में शिरकत कर अपनी राजनीति की दूसरी व अधिक आक्रामक पारी की शुरुआत करेंगे. वहीं, भाजपा के पितृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के दूसरे सबसे अहम शख्स सह सर कार्यवाह भैयाजी जोशी अपने मुखपत्र पांच्यजन्य व आर्गेनाइजर के डॉ अंबेडकर पर आधारित विशेषांकों का लोकार्पण करेंगे. यह कार्यक्रम दिल्ली में होगा, जिसमें भााजपा के सबसे कद्दावर दलित नेता व केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलौत मौजूद रहेंगे.
एक प्रमुख अंगरेजी दैनिक ने आज इस आशय की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए लिखा है कि दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच दलित चिंतक की विरासत को लेकर होड मची है. मालूम हो कि 100 करोड रुपये की लागत से डॉ अंबेडकर का स्मारक बनाने की भी भाजपा सरकार ने घोषणा इस साल दिसंबर में ही की है. दोनों दल अपने दलित प्रतीक की लडाई लडते नजर आ रहे हैं. वहीं, बसपा प्रमुख मायावती डॉ अंबेडकर की विरासत को लेकर हमेशा मुखर रही हैं. जबकि महाराष्ट्र में डॉ अंबेडकर की विचारधारा की राजनीति करने वाली कई पार्टियां सक्रिय हैं.
कांग्रेस की रणनीति
कांग्रेस ने सोनिया गांधी व राहुल गांधी की अगुवाई में एक समिति भी गठित की है, जिसकी 13 अप्रैल को एक बैठक प्रस्तावित है जिसकी अध्यक्षता सोनिया गांधी करेंगी. संभावना है कि इस बैठक में इस बैठक में अंबेडकर की 125वीं जयंती वर्ष को मनाने और अपने पुराने जनाधार को पाने के लिए कांग्रेस एक व्यापक कार्यक्रम तैयार करेगी. हालांकि कांग्रेस के कुछ रणनीतिकारों का मानना है कि उनके लिए सबसे बडी चुनौती है लोगों में मन में डॉ अंबेडकर व कांग्रेस के रिश्तों को लेकर पैदा हुई गलतफहमी को दूर करना.
संघ परिवार की पहल
संघ परिवार के तय कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ डॉ अंबेडकर की 125वीं जयंती पर अपने हिंदी मुखपत्र पांचजन्य व अंगरेजी मुखपत्र आर्गेनाइजर के विशेषांकों का प्रकाशन करने जा रही है, जो 200-200 पन्ने का होगा. दिल्ली में विमोचन कार्यक्रम होगा. उधर, संघ के वरिष्ठ नेता डॉ कृष्ण गोपाल ने 52 पन्ने की एक लघु पुस्तिका तैयार की है, जिसमें बताया गया है कि कैसे डॉ अंबेडकर और संघ संस्थापन डॉ केशव बलीराम हेडगेवार के बीच गहरी मित्रता थी और कई बिंदुओं पर विचारों का साम्य था. ध्यान रहे कि पिछले महीने उन्नाव में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी कहा था कि डॉ अंबडेकर संघ के सिद्धांतों में विश्वास करते थे.

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