नयी दिल्ली: भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने फ्रांस के साथ राफेल विमान सौदे पर सरकार के आगे बढने पर कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेने की आज धमकी देते हुए कहा कि इस लडाकू विमान में कुछ खामियां हैं.
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राफेल सौदे पर आगे नहीं बढने का अनुरोध किया है जिस पर पिछली संप्रग सरकार ने बातचीत की थी. उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी विमान का कार्य प्रदर्शन लीबिया और मिस्र में सभी विमानों में सबसे खराब रहा. मोदी फिलहाल फ्रांस में हैं और फ्रांसीसी नेतृत्व के साथ व्यापक वार्ता करेंगे जिस दौरान राफेल सौदे का जिक्र होने की संभावना है.
स्वामी ने एक बयान में कहा, ‘‘राफेल विमान सौदे के साथ दो बडे मुद्दे जुडे हुए हैं. पहला यह कि राफेल ईंधन दक्षता के मामले में कम उपयुक्त है और इसमें आवश्यक कार्य निष्पादन विशेषता की कमी है जिसके चलते दुनिया का कोई भी देश इन्हें खरीदने के लिए राजी नहीं हुआ.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि प्रधानमंत्री कुछ अन्य विवशताओं को लेकर सौदें पर आगे बढने का फैसला करते हैं तो इसे निरस्त करने के लिए जनहित याचिका के साथ अदालत का रुख करने के अलावा मेरे पास कोई और विकल्प नहीं होगा.’’ बयान में कहा गया है कि कुछ देशों ने डसाल्ट के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद अनुबंध रद्द कर दिए.
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यह एक सही बात है कि यदि किसी देश ने राफेल नहीं खरीदा तो डसाल्ट दिवालिया हो जाएगा और हम फ्रांसीसी सद्भावना का आभार प्रकट करना चाहते हैं, उसके विमानों को खरीदने की बजाय डसाल्ट खरीदना बेहतर होगा क्योंकि यह अधिक फायदेमंद होगा.’’ राफेल को 2012 में भारत ने पांच बोली लगाने वालों में से चुना था क्योंकि इसने सबसे कम बोली लगाई थी.