एक किसान की भी आत्महत्या पूरे सिस्टम के लिए चुनौतीः वेंकैया

नयी दिल्लीः मौसम की मार के कारण फसल की बर्बादी और निराशा में किसान की आत्महत्या का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, किसानों का आत्महत्या करना दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर एक किसान आत्महत्या करना है ,तो पूरे सिस्टम के लिए चुनौती खड़ी हो जाती है. सरकार किसान की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2015 1:48 PM

नयी दिल्लीः मौसम की मार के कारण फसल की बर्बादी और निराशा में किसान की आत्महत्या का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, किसानों का आत्महत्या करना दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर एक किसान आत्महत्या करना है ,तो पूरे सिस्टम के लिए चुनौती खड़ी हो जाती है. सरकार किसान की सहायता के लिए कमद उठा रही है. हमारी कोशिश है कि कृषि के विकास के लिए बेहतर काम किया जाए.

उत्तर प्रदेश समेत कई जिलों में किसानों की आत्महत्या की खबरें आ रही है. यह बात अलग है कि सरकारी आकड़े इसे फसल में हुए नुकसान के बाद से जोड़कर देखने को तैयार नहीं है. सरकार किसानों की नष्ट हुए फसल पर पहले ही सब्सिडी की घोषणण कर चुकी है. पचास प्रतिशत से कम करके मुआवजे का दायरा तैंतीस प्रतिशत कर दिया है.
इस फैसले से किसानों को भले ही थोड़ी राहत मिली हो लेकिन पहले से कर्ज में डूबे किसान अपना कर्ज ना चुका पाने और इस बार फिर फसल बर्बाद होने का दर्द सहन नहीं कर पा रहे. ऐसे में सरकार के सामने चुनौती है कि कैसे किसानों तक राहत पहुंचाया जाए

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