किसानों का मजाक उड़ाने के बाद होश में आयी यूपी सरकार, 1500 रुपये से कम का मुआवजा नहीं

नयी दिल्‍ली : बेमौसम बरसात के कारण हुई फसलों की तबाही से टूट चुके किसानों के लिए मरहम लगाने का उत्‍तर प्रदेश सरकार का फैसला उनके जख्‍मों को कुरेदने को काम कर रही है. हाल ही में प्रदेश सरकार ने किसानों की मदद के लिए लिए मुआवजे की देने का ऐलान किया था. फैजाबाद में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2015 1:08 PM
नयी दिल्‍ली : बेमौसम बरसात के कारण हुई फसलों की तबाही से टूट चुके किसानों के लिए मरहम लगाने का उत्‍तर प्रदेश सरकार का फैसला उनके जख्‍मों को कुरेदने को काम कर रही है. हाल ही में प्रदेश सरकार ने किसानों की मदद के लिए लिए मुआवजे की देने का ऐलान किया था.
फैजाबाद में मुआवजे के तौर पर किसानों को बांटे गये चेक में 75 रुपये, 100, 125 और 230 रुपये बांटा गया है. मुआवजे के तौर पर मिले इस चेक ने किसानों के जख्‍मों पर नमक छिड़कने का काम किया है. मामला तूल पकड़ने के बाद से कैंप लगाकर किसानों के चेक बदलने का काम किया जा रहा है.
बुंदेलखंड के बांदा जिले के कुछ किसानों को 600 और 700 रुपये का चेक मिला है. लेकिन इसी में कुछकिसान ऐसे है भी हैं जो यह भी नसीब नहीं हुआ है.किसानों को 1 बीघा जमीन के बदले महज 100 रुपये का सरकार के तरफ से मुआवजा दिया जा रहा है.हालात यह हो गया है कि किसान इन चेक को पाकर सोच में पड़ गये हैं कि क्‍या इतने से उनपर गिरने वाला कहर समाप्‍त हो जाएगा.
मामले पर शुरू हो गयी राजनीति
घटना की जानकारी मिलते ही भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष लक्ष्‍मीकांत बाजपायी फैजाबाद गये. जहां मुआवजे के नाम पर लोगों को छला गया है. वहां पहुंचते ही उन्‍होंने फैजाबाद के एसडीएम और तहसीलदार को तलबकर दिया. उन्‍होंने कहा कि जिले में इसे मामले को लेकर ना नायब आया ना तहसीलदार. उन्‍होंने बताया कि मुआवजे के नाम पर कम से कम किसानों को कम से कम 750 रुपये दि‍या जाना था.
वहीं दूसरी ओर उत्‍तर प्रदेश के किसान यूनियन के प्रदेश सचिव कमलेश द्विवेदी सामने आये हैं. उन्‍होंने कहा कि ‘किसानों के साथ मजाक हुआ है. किसान सबका पेट भरता है, लेकिन खुद आत्महत्या करने को मजबूर हो गया है’.
मृतक किसानों के नाम भी जारी हुआ मुआवजा चेक
प्रदेश सरकार द्वारा दिये गये मुआवजे का चेक उन किसानों के नाम पर भी जारी किया गया है जिनकी वर्षों पहले मौत हो गयी है. प्रदेश सरकार ने इस तरह लोगों के साथ मजाक किया है कि कब्रिस्‍तान के नाम दफनाये गये करीब 8 लोगों के नाम पर भी राहत का चेक जारी किया गया है. जिंदा और मृत लोगों में समानता बस यहीं है कि दोनों के नाम पर 100 रुपये का ही मुआवजा मिला है.

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