नयी दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश के महू में अगले महीने बाबासाहेब डा बी आर अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर आयोजित वर्ष भर चलने वाले समारोहों के उद्घाटन में हिस्सा लेंगे.
चुनावों में एक के बाद एक पराजय का सामना कर रही कांग्रेस पार्टी के अपने जनाधार को वापस पाने के उद्देश्य से दलितों तक पहुंच बनाने के इरादो के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज अंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर वर्ष भर चलने वाले समारोहों के कार्यक्रमों को अंतिम रुप देने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की. सोनिया ने कहा कि अंबेडकर आज एक ऐसे प्रतीक हैं, जिनकी उपलब्धियों का सही मूल्यांकन करने में हम विफल रहे हैं.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के राजू ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी ही है जिसने अंबेडकर के आदशरें को लागू किया. जैसे शिक्षा और रोजगार में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण का क्रियान्वयन. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान को आकार देने में कांग्रेस नेताओं के साथ अंबेडकर की साङोदारी को सामने लायेगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कुछ दलित पार्टियों द्वारा अंबेडकर को कांग्रेस विरोधी बताये जाने के दुष्प्रचार का प्रभावी ढंग से जवाब देगी. पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज की बैठक में उपस्थित नहीं थे. वह जयंती समारोह की योजनाओं को अंतिम रुप देने के लिए बनी समिति के सह अध्यक्ष हैं. भारतीय संविधान के निर्माता डा अंबेडकर की कल 125वीं जयंती है.
पार्टी सूत्रों का कहना था कि राहुल गांधी जो छह हफ्ते की छुट्टी पर गये हुए है वह अब तक राजधानी नहीं लौटे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे अंबेडकर जयंती समारोह की योजना तैयार करने वाली समिति के उपाध्यक्ष है. वह अंबेडकर की जन्म स्थली महू में कल आयोजित समारोह में हिस्सा लेंगे. पार्टी की एक विज्ञप्ति के मुताबिक मई के अंतिम सप्ताह में महू में अंबेडकर की 125वीं जयंती समारोह का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ होगा जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष हिस्सा लेंगे.