नयी दिल्लीः डॉ भीमराव अबेंडकर को राजनीतिक पार्टियां और राजनेता श्रद्धांजलि दे रहे हैं. इन सब के बीच गूगल ने भी बाबा साहेब का डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है. इस डूडल में अंबेडर की एक तस्वीर का इस्तेमाल किया है. इस डूडल में गूगल का बैकग्राउंड डिजाइन भी अलग तरह से डिजाइन किया गया है.
Advertisement
गूगल ने अंबेडकर को डूडल बनाकर दी श्रद्धांजलि
नयी दिल्लीः डॉ भीमराव अबेंडकर को राजनीतिक पार्टियां और राजनेता श्रद्धांजलि दे रहे हैं. इन सब के बीच गूगल ने भी बाबा साहेब का डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है. इस डूडल में अंबेडर की एक तस्वीर का इस्तेमाल किया है. इस डूडल में गूगल का बैकग्राउंड डिजाइन भी अलग तरह से डिजाइन किया गया है. […]
आज भीमराव अंबेडर की 124वीं जयंति है. इस मौके पर कई राजनीतिक पार्टियां अपने ढंग से बाबा साहेब को श्रद्धांजलि दे रही है. कई राजनीति पार्टियां इस मुद्दे को बड़ा मुद्दा बना रही है. अंबेडकर की जयंति को धूम धाम से मनाया जा रहा है. मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल 1891 में महार जाति के परिवार में पैदा हुए भीमराव को अपनी जाति के कारण बचपन से ही सामाजिक भेदभाव झेलना पड़ा. 1927 म छूताछूत के लिए संघर्ष की शुरुआत की . 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर में अपने करीब 8 लाख समर्थकों के साथ बाबा साहब आंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपना लिया. बाबा साहेब को दलितों का मसीहा कहा जाता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement