रुपये की गिरती कीमत पर पीएम ने जताई चिंता
नयी दिल्ली:रुपये के भारी अवमूल्यन को लेकर संसद में विपक्ष की आलोचनाओं के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वीकार किया कि देश मुश्किल आर्थिक हालात का सामना कर रहा है और सीरिया में तनाव जैसे वैश्विक कारकों से पैदा हुई अनिश्चितताओं को स्वीकार करना होगा. रुपये की गिरती साख पर आज प्रधानमंत्री संसद में अपना […]
नयी दिल्ली:रुपये के भारी अवमूल्यन को लेकर संसद में विपक्ष की आलोचनाओं के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वीकार किया कि देश मुश्किल आर्थिक हालात का सामना कर रहा है और सीरिया में तनाव जैसे वैश्विक कारकों से पैदा हुई अनिश्चितताओं को स्वीकार करना होगा. रुपये की गिरती साख पर आज प्रधानमंत्री संसद में अपना बयान दे सकते हैं. इससे पहले कल रुपये की गिरती कीमत को लेकर पैदा हुए संकट की छाया संसद पर भी पड़ती दिखी जहां विपक्ष ने कहा कि रुपये के अवमूल्यन को लेकर देश में घबराहट है. लोकसभा में विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर काफी हंगामा किया और प्रधानमंत्री के बयान की मांग की.
उच्च सदन में प्रधानमंत्री ने कहा, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि देश मुश्किल आर्थिक हालात का सामना कर रहा है.उन्होंने कहा, इसके कई कारण हैं ( आर्थिक संकट के लिए ) मैं इस बात से इनकार नहीं करता कि इसके लिए कुछ घरेलू कारक भी जिम्मेदार हैं. रुपये को प्रभावित करने वाले कुछ बाहरी कारकों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिका का मौद्रिक रुख और सीरिया में पैदा तनाव से उपजी समस्याएं तथा तेल की कीमतों पर इसके अपरिहार्य प्रभावों की भी भूमिका रही है. सिंह ने कहा, हमें इन अनिश्चितताओं को स्वीकार करना होगा. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि उन्हें इन पर विचार के लिए कुछ समय की जरूरत है. उन्होंने कहा, मुझे इस पर कल बयान देकर खुशी होगी.