अहमदाबाद : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष ए एस किरण कुमार ने आज कहा कि अगले दो या तीन सालों में विकसित किये जा रहे ‘चन्द्रयान-2’ पूरी तरह से स्वदेशी होगा.
कुमार ने कहा, ‘‘मूल रुप से, लैंडर (यान का एक हिस्सा) रुस से आने वाला था. अब हम लोग भारतीय तकनीक विकसित कर रहे हैं. ऐसे में यह पूरी तरह से स्वदेशी प्रणाली होगा.’’ उन्होंने कहा कि इसके 2017-18 तक पूरा होने की संभावना है.
भारत का पहला चंद्र जांच ‘चंद्रयान-1’ 2008 में प्रक्षेपित किया गया था. कुमार यहां एक समारोह में भाग लेने के लिए आये थे.