गिलानी और मसरत समेत पांच अलगाववादी नेता नजरबंद
श्रीनगरः सैयद अली गिलानी समेत पांच अलगाववादी नेताओं को नजरबंद किया गया है. इन पांच अलगाववादी नेताओं में मसरत आलम के शामिल होने की खबर है. हालांकि इससे पहले खबर आ रही थी कि मसरत की तलाश में पुलिस उसके घर गयी थी लेकिन मसरत घर पर नहीं मिला था. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री मुफ्ति […]
श्रीनगरः सैयद अली गिलानी समेत पांच अलगाववादी नेताओं को नजरबंद किया गया है. इन पांच अलगाववादी नेताओं में मसरत आलम के शामिल होने की खबर है. हालांकि इससे पहले खबर आ रही थी कि मसरत की तलाश में पुलिस उसके घर गयी थी लेकिन मसरत घर पर नहीं मिला था. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री मुफ्ति मोहम्मद सईद ने इस बाबत गृह मंत्रालय को सूचित कर दिया है. ऐसा माना जा रहा है कि मुफ्ती सरकार को केंद्र और अलगाववादियों दोनों तरफ से मिलने वाले दबाव को देखते हुए उन्होंने बीच का रास्ता निकाला है.
अगर पुलिस मसरत को ढुढ़ने में कामयाब होती तो उसे घर में नजरबंद किया जा सकता है. उसके घर से निकलने पर प्रतिबंध होगा और उससे मिलने वालों पर नजर रखी जाएगी.लेकिन अभी तक ऐसा कुछ स्पष्ट नहीं है कि उसे गिरफ्तार किया जाएगा या नजरबंद. अगर उसे गिरफ्तार किया जाएगा तो कब या फिर नजरबंद किया जाएगा तो कब. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि देर रात उनकी गिरफ्तारी या नजरबंदी की जा सकती है.
मुख्यमंत्री सईद ने कहा कि मसरत पर कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी. कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री अभी कार्रवाई के मूड में नहीं दिख रहे हैं. संभवतः उनकी गिरफ्तारी बाद में की जाएगी. भाजपा ने मसरत के पाकिस्तानी झंडा लहराने पर आपत्ति जतायी थी और मसरत सहित गिलानी को भी गिरफ्तार करने की मांग की थी.
गौरतलब है कि इस मामले में स्वयं गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री से बात की थी और मसरत के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था. उसके बावजूद मुफ्ती सरकार उसको गिरफ्तार करने में आनाकानी कर रही है. लेकिन अब ऐसा माना जा रहा है कि आज मसरत को गिरफ्तार किया जा सकता है.
इस बीच जम्मू में पाकिस्तान का पुतला फूंका जा रहा है और मांग की जा रही है कि मसरत के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चले और उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. इधर मसरत आलम ने कल की घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमने कुछ गलत नहीं किया. हमने कोई गैर कानूनी काम नहीं किया है. हकीकत है कि यह लोगों के जजबात हैं जो बाहर आ जाते हैं.
गौरतलब है कि पाकिस्तानी ध्वज लहराने सहित भडकाउ गतिविधियों के लिए कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी और हाल ही में जेल से रिहा हुए मसरत आलम भट सहित कई अलगाववादी नेताओं के खिलाफ कल रात एक प्राथमिकी दर्ज की गई. इस प्राथमिकी और केंद्र सरकार के दबाव के बाद ऐसी संभावना बन रही है कि आज मसरत को गिरफ्तार कर लिया जा सकता है.
यहां एक बात उल्लेखनीय है कि मसरत आलम हुर्रियत का अगला प्रमुख बनाया जा सकता है. इसी को देखते हुए शायद मसरत अपनी पकड मजबूत करने के लिए उल्टी-सीधी बयानबाजी और हरकतें कर रहा है.