आसाराम के पुत्र नारायण साई को बलात्कार मामले में मिली जमानत

अहमदाबाद : गुजरात उच्च न्यायालय ने आज आसाराम के पुत्र नारायण साई को तीन हफ्ते की सशर्त जमानत दे दी. सूरत की रहने वाली एक महिला ने नारायण के खिलाफ बलात्कार के आरोप लगाये हैं और इस सिलसिले में वह एक साल से अधिक समय से जेल में बंद था. न्यायमूर्ति परेश उपाध्याय ने नारायण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2015 6:32 PM
अहमदाबाद : गुजरात उच्च न्यायालय ने आज आसाराम के पुत्र नारायण साई को तीन हफ्ते की सशर्त जमानत दे दी. सूरत की रहने वाली एक महिला ने नारायण के खिलाफ बलात्कार के आरोप लगाये हैं और इस सिलसिले में वह एक साल से अधिक समय से जेल में बंद था.
न्यायमूर्ति परेश उपाध्याय ने नारायण को इसलिए यह राहत दी है ताकि वह अपनी बीमार मां लक्ष्मीबेन हरपालिनी की देखभाल कर सके. नारायण दिसंबर 2013 में गिरफ्तारी के बाद से सूरत जेल में बंद है.
न्यायाधीश ने कहा कि जमानत का आदेश चार मई से प्रभावी होगा. जमानत अवधि के दौरान नारायण पुलिस निगरानी में रहेगा तथा राज्य के पुलिस महानिरीक्षक इस मकसद से एक अधिकारी को तैनात करेंगे. नारायण ने अपनी याचिका में कहा था कि उसकी मां रीढ की हड्डी से संबंधित समस्या से पीडित है तथा अहमदाबाद स्टर्लिंग हास्पिटल के चिकित्सकों ने सर्जरी का परामर्श दिया है.
नारायण के खिलाफ महिला ने आरोप लगाया था कि जब वह सूरत स्थित आश्रम में रह रही थी तो वर्ष 2002 से 2005 तक नारायण ने उसका कई बार यौन उत्पीडन किया. इसके बाद ही नारायण के खिलाफ बलात्कार सहित भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. दिलचस्प है कि पीडिता की बडी बहन ने नारायण के पिता आसाराम के खिलाफ अलग से एक शिकायत दर्ज करायी है. उसमें आसाराम पर उसका 2001 से 2006 के बीच कई यौन उत्पीडन करने का आरोप है. महिला का कहना कि इस दौरान वह आसाराम के अहमदाबाद के बाहरी हिस्से में स्थित आश्रम में रह रही थी.
पुलिस ने लक्ष्मीबेन पर भी उकसाने का मामला दर्ज किया था लेकिन 2013 में उसे एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी.
आसाराम जोधपुर आश्रम में एक अल्पवय लडकी का कथित यौन उत्पीडन करने के आरोप में सितंबर 2013 में गिरफ्तार होने के बाद से राजस्थान के जेल में बंद है.

Next Article

Exit mobile version