मसर्रत, गिलानी सहित पांच अलगाववादी नजरबंद

श्रीनगर/नयी दिल्ली: जम्मू्-कश्मीर के पुलवामा जिले के ट्राल कस्बे में कल प्रस्तावित रैली से पहले आज हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धडे के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी और कट्टरपंथी अलगाववादी नेता मसर्रत आलम को नजरबंद कर दिया गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘गिलानी को नजरबंद किया गया है. हैदरपोरा स्थित उनके आवास के बाहर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2015 1:33 AM

श्रीनगर/नयी दिल्ली: जम्मू्-कश्मीर के पुलवामा जिले के ट्राल कस्बे में कल प्रस्तावित रैली से पहले आज हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धडे के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी और कट्टरपंथी अलगाववादी नेता मसर्रत आलम को नजरबंद कर दिया गया.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘गिलानी को नजरबंद किया गया है. हैदरपोरा स्थित उनके आवास के बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए ऐहतियातन यह कदम उठाया गया है.’’अधिकारी ने कहा कि मसर्रत आलम को भी नजरबंद किया गया है.
श्रीनगर में कल अलगाववादियों की रैली को लेकर चौतरफा हमला होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सयीद ने शुक्रवार के मार्च के लिए अनुमति देने से इंकार किया. सयीद ने कहा कि पाकिस्तानी झंडा लहराना और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करना ‘‘स्वीकार्य नहीं है और इसे ‘‘बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’’मुख्यमंत्री ने पुलिस को निर्देश दिया कि कल की रैली के लिए इजाजत नहीं दी जाए. यह रैली श्रीनगर से ट्राल तक निकाले जाने की योजना थी. गिलानी ने दक्षिणी कश्मीर के ट्राल कस्बे में कल मार्च का ऐलान किया है. इस कस्बे में बीते सोमवार को आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान एक युवक की मौत हो गयी थी.
श्रीनगर में बुधवार की रैली के कुछ घंटों बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सयीद को फोन करके कहा कि कानून तोडने वालों के खिलाफ ‘तत्काल और कडी’ कार्रवायी की जाए. सिंह ने इस बात पर जोर दिया, ‘‘हम भारतीय जमीन पर पाकिस्तान जिंदाबाद जैसे नारे लगाने वाले को बर्दाश्त नहीं करेंगे. राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोयी समझौता नहीं हो सकता. राजनीति को राष्ट्रीय सुरक्षा से उपर नहीं रखा जा सकता.’’
आलोचनाओं से घिरे सयीद ने रैली की अनुमति देने के अपने फैसले का बचाव करने की कोशिश की लेकिन साफ किया कि पाकिस्तानी झंडे लहराना और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करना स्वीकार्य नहीं है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया है. उन्होंने घटनाक्रम का वीडियो ले लिया है. मेरा मानना है कि कानून अपना काम करेगा, कार्रवायी की जाएगी.’’ मुफ्ती ने कहा, ‘‘जहां तक जनसभा की बात है तो मुझे लगता है कि यह ठीक है. जैसा कि मैंने कहा कि लोकतंत्र विचारों का संघर्ष है. उन्हें अपना रास्ता चुनने का, अपने मन की बात कहने का अधिकार रखते हैं लेकिन जो स्वीकार्य नहीं है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’’राज्य में गठबंधन बनाने के लिए पीडीपी से बातचीत करने में भाजपा की ओर से मुख्य भूमिका निभाने वाले राम माधव ने कहा कि उनकी पार्टी पाकिस्तान समर्थक नारे सुनने के लिए राज्य की सरकार में शामिल नहीं हुयी है.
पांच साल के अंतराल के बाद, जम्मू कश्मीर सरकार ने कल गिलानी को रैली करने की अनुमति दी थी जहां जेल से पिछले माह रिहा हुए मसर्रत आलम सहित उनके समर्थकों ने पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए और अन्य ने पाकिस्तानी झंडे लहराए. गिलानी ने आज देर शाम एक बयान जारी कर कहा कि वह राज्य सरकार के सामने नहीं झुकेंगे.पुलिस ने कल श्रीनगर में रैली के दौरान कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी नारेबाजी करने के लिए गिलानी और मसर्रत आलम के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (यूएपीए) कानून के तहत मामला दर्ज किया था.

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