तीन देशों के अपने दौरे से क्या-क्या लेकर लौट रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ?

-मनोज अग्रवाल-26 मई 2014 को प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद नरेंद्र मोदी कई देशों का दौरा कर चुके हैं. उनके विदेश दौरे का खास मकसद है कि विदेशी निवेश को आकर्षित किया जाए जिससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके. मोदी अपनी तीन देशों फ्रांस, जर्मनी और कनाडा का दौरा संपन्न कर लौट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2015 4:36 PM

-मनोज अग्रवाल-
26 मई 2014 को प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद नरेंद्र मोदी कई देशों का दौरा कर चुके हैं. उनके विदेश दौरे का खास मकसद है कि विदेशी निवेश को आकर्षित किया जाए जिससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके. मोदी अपनी तीन देशों फ्रांस, जर्मनी और कनाडा का दौरा संपन्न कर लौट रहे हैं. और इस तरह वे प्रधानमंत्री बनने के बाद 15 देशों की यात्रा कर चुके हैं. कांग्रेस मोदी की यात्रा पर लगातार हमले बोलते रहती है कि मोदी के विदेश दौरे से देश को कुछ नया नहीं मिलता है. विदेशों में जाकर वह कांग्रेस सरकार द्वारा की गयी शुरुआत को ही दुहराते हैं. उधर भाजपा की मोदी सरकार यह कहते आई है कि उनकी सरकार आने के बाद से भारत का महत्व अंतर्राष्ट्रीय पटल पर बढा है. जानते हैं कि मोदी तीन देशों की यात्रा से क्या लेकर लौट रहे हैं ?

फ्रांस की सरकार के साथ राफेल सौदा

मोदी अपनी यात्रा के पहले चरण में सर्वप्रथम फ्रांस पहुंचे थे. यहां पर दोनों देशों के बीच लड़ाकू विमान राफेल के सौदे पर सहमति बनी. इसके तहत भारत को फ्रांस 36 तैयार राफेल बेचेगा. इससे पहले 2011 में टेंडर प्रक्रिया के बाद भारतीय सेना और फ्रैंच कंपनी डसॉल्ट के बीच 126 विमानों के सौदे पर सहमति बनी थी और इनमें से 18 तैयार राफेल और 108 विमान हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड के साथ बनाना तय हुआ था लेकिन 2011 पांच साल से यह सौदा अटका हुआ था और इसके चलते इसकी कीमत 12 अरब डॉलर से बढ़कर 20 अरब डॉलर हो गई थी. इस अहम सौदे को नई जान देने के साथ ही भारतीय वायु सेना के पुराने पड़ते विमानों के बेड़े को भी ताकत मिलेगी.

भारत में परमाणु संयत्र को लेकर हुआ समझौता

महाराष्ट्र के जैतापुर में परमाणु संयंत्र लगाने को लेकर भी फ्रांस के साथ नए सिरे से सहमति बनी. जैतापुर में फ्रांस की कंपनी एरेवा की मदद से छह परमाणु संयंत्र शुरू होंगे. भारत में लगने वाले इन संयंत्रों से दस हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होना है.

एयरबस अब भारत में बनाएगा अपना विमान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी पहल ‘मेक इन इंडिया’ में फ्रांस की कई कंपनियों ने रुचि दिखाई. उनमें फ्रांस की प्रमुख विमानन कंपनी एयरबस भी शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तुलूज एयरबस संयंत्र का दौरा करने के बाद मेक इन इंडिया का समर्थन करते हुए एयरबस ने कहा कि वह भारत में विमान बनाने को तैयार है.

जर्मनी के चांसलर से मेक इन इंडिया के लिए सहयोग का आश्वासन

मोदी ने जर्मनी की कंपनियों को भारत में निवेश करने और मेक इन इंडिया को सफल बनाने में सहयोग मांगा. मोदी को इसके लिए सहयोग का आश्वासन भी मिला.

यूरोपीय संघ और भारत के बीच एफटीए समझौते पर सहयोग का भरोसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच ‘संतुलित और परस्पर लाभदायक’ मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) जल्द संपन्न कराने में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल का सहयोग मांगा. मोदी ने बताया कि मर्केल ने उन्हें सहयोग का भरोसा दिया.

कनाडा के साथ यूरेनियम समझौता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कनाडा यात्रा के दौरान एक अहम करार पर हस्ताक्षर किए. इस नए करार के तहत अगले पांच वर्षों में भारत, कनाडा से तीन हज़ार टन से ज़्यादा यूरेनियम खरीदेगा. इसका इस्तेमाल भारत के परमाणु कार्यक्रम में किया जाएगा. भारतीय प्रधानमंत्री ने कनाडा यात्रा के पहले दिन यह करार किया.

इन सब कुछ प्रमुख उपलब्धियों और समझौतों के अलावा मोदी ने छोटे-छोटे स्तर के कई समझौते किए. रेलवे, सुरक्षा,नागरिक विमानन, शिक्षा एवं कौशल का विकास, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता आदि को लेकर कई महत्वपूर्ण समझौते हुए. मोदी ने भी अपनी इस यात्रा को काफी सफल बताया. अब यह देखना होगा कि किया गया समझौता और दिया का भरोसा कितना और कितनी जल्दी भलीभूत होता है.

Next Article

Exit mobile version