भारत में वीजा समाप्ति के बाद भी 40,000 विदेशी रुके, जानें वजह
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान भारत आने वाले विदेशियों की संख्या सबसे अधिक अमेरिका (61,190) से थी, इसके बाद बांग्लादेश (37,774), ब्रिटेन (33,323), कनाडा (13,707), पुर्तगाल (11,668) और अफगानिस्तान (11,212) से आने वाले लोग थे.
वर्ष 2020 में वीजा की अवधि खत्म होने के बाद 40,000 से अधिक विदेशी देश में रुके थे, जबकि कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय तक लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बावजूद 32.79 लाख से अधिक विदेशियों ने भारत यात्रा की. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2019 में वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद देश में रहने वाले विदेशी नागरिकों की संख्या 54,576 थी और 2020 में यह आंकड़ा 40,239 था.
अधिकारियों ने कहा कि भारत में वीजा की तारीख से अधिक समय तक रहने पर जुर्माना, पांच साल तक की कैद और यहां तक कि देश में फिर से प्रवेश पर प्रतिबंध का प्रावधान है. भारत में वीजा खत्म होने के पहले 15 दिनों में जुर्माना शून्य है, 16 दिन से 30 दिनों के लिए 10,000 रुपये, 31 दिनों से 90 दिनों के लिए 20,000 रुपये और 90 दिनों से अधिक होने पर 50,000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है. एक अप्रैल, 2020 से 31 दिसंबर, 2020 के बीच कुल 32,79,315 विदेशी नागरिकों ने भारत की यात्रा की.
गृह मंत्रालय के आंकड़ों पर नजर
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान भारत आने वाले विदेशियों की संख्या सबसे अधिक अमेरिका (61,190) से थी, इसके बाद बांग्लादेश (37,774), ब्रिटेन (33,323), कनाडा (13,707), पुर्तगाल (11,668) और अफगानिस्तान (11,212) से आने वाले लोग थे. उक्त अवधि के दौरान कुल 8,438 जर्मन नागरिकों, 8,353 फ्रांसीसी नागरिकों, इराक से 7,163 और कोरिया गणराज्य के 6,129 नागरिकों ने भी भारत का दौरा किया.
पाकिस्तानी नागरिकों ने भारत का दौरा किया
इसके अलावा, 2020 में 4,751 पाकिस्तानी नागरिकों ने भारत का दौरा किया. एक अप्रैल, 2020 और 31 दिसंबर, 2020 की अवधि के दौरान विदेशियों के कुल आगमन का 71 प्रतिशत से अधिक का योगदान इन देशों से था, जबकि शेष देशों के नागरिकों का हिस्सा लगभग 29 प्रतिशत था. भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा पहली बार 2020 में 25 मार्च से 21 अप्रैल तक की गई थी और इसे 31 मई, 2020 तक तीन बार बढ़ाया गया था. भले ही सरकार ने जून 2020 से धीरे-धीरे विभिन्न गतिविधियों को फिर से खोलने की घोषणा की थी, लेकिन 2020 के शेष महीनों में कई प्रतिबंध जारी रहे.
भारत से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें दो साल के लिए निलंबित
भारत से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 25 मार्च, 2020 से 27 मार्च, 2022 तक दो साल के लिए निलंबित रहीं. हालांकि, इस अवधि के दौरान अंतरराष्ट्रीय उड़ानें केवल ‘‘एयर बबल” (संक्रमण मुक्त) व्यवस्था के तहत संचालित की गईं. कोविड-19 के प्रकोप के बाद भारत आने वाले विदेशियों पर भी वीजा प्रतिबंध थे. हालांकि, भारत में चरणबद्ध ‘अनलॉक’ (गतिविधियों को फिर से शुरू करने की प्रक्रिया) के साथ केंद्र सरकार ने वीजा जारी करना शुरू कर दिया था और मई, 2020 से चरणबद्ध तरीके से यात्रा प्रतिबंध वापस ले लिया था. इस दिशा में गृह मंत्रालय ने 21 अक्टूबर, 2020 को कुछ श्रेणियों के विदेशी नागरिकों को ‘वंदे भारत मिशन’ या ‘एयर बबल’ (द्विपक्षीय हवाई यात्रा व्यवस्था) योजना के तहत जल मार्गों या उड़ानों से अथवा नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अनुमति से गैर-निर्धारित वाणिज्यिक उड़ानों के जरिए भारत में प्रवेश करने की अनुमति दी थी.