नयी दिल्ली : भूमि विधेयक को लेकर विपक्ष के पुरजोर विरोध का सामना कर रही भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने आज आक्रामक रुख अपनाते हुए अपने सांसदों से कहा कि इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ विपक्ष के दुष्प्रचार का प्रभावी ढंग से जवाब दें तथा सरकार की किसान एवं गरीब समर्थक योजनाओं का उल्लेख करें. कांग्रेस पर सीधा हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि जिन लोगों ने किसानों को उचित मुआवजा दिए बगैर उनकी जमीनें छीन लीं उनको भूमि विधेयक पर सरकार से बात करने का कोई अधिकार नहीं है.
भाजपा सांसदों की एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए शाह ने उनसे कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन और उनकी विकास की गतिविधियों के बारे में संदेश का प्रसार करें. शाह ने कहा कि संप्रग के समय देश ने एक के बाद एक घोटाले देखे, लेकिन अब देश में एक ऐसी सरकारी है जो घोटाले और भ्रष्टाचार से मुक्त है तथा सांसदों को इस पर गर्व महसूस करना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, ‘पूरा माहौल उत्साहित करने वाला है.’ नायडू ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह लोगों में ‘बदले मिजाज’ को लेकर भी खुश है. शाह ने कहा, ‘हमने न सिर्फ अपने आलोचकों को निहत्था कर दिया है बल्कि लोगों तक अपने संदेश को सकारात्मक ढंग से ले गये हैं.’ भाजपा सांसदों की कार्यशाला को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और नायडू ने भी संबोधित किया.
कांग्रेस की एक रैली में यहां अपने उपर बोले गये हमले के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई सारी योजनाओं का नाम गिना कर अपनी सरकार को गरीब और किसान हितैषी के रूप में पेश किया. साथ ही, वह भाजपा की निंदा करने की जन्मजात आदत होने को लेकर अपने आलोचकों पर जमकर बरसे.