कसा शिकंजा:14 दिनों के लिए आसाराम को जेल भेजा गया
जोधपुर:अपने आश्रम में 16 साल की एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार आसाराम को आज यहां की एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.सफेद धोती, कुर्ता पहने और सिर पर लाल रंग की एक टोपी लगाए स्वयंभू बाबा आसाराम को कड़ी सुरक्षा के बीच जिला एवं सत्र […]
जोधपुर:अपने आश्रम में 16 साल की एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार आसाराम को आज यहां की एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.सफेद धोती, कुर्ता पहने और सिर पर लाल रंग की एक टोपी लगाए स्वयंभू बाबा आसाराम को कड़ी सुरक्षा के बीच जिला एवं सत्र अदालत में पेश किया गया. अदालत में मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने उन्हें 15 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया. इस बीच, आसाराम के वकील ने जमानत अर्जी दायर की जिस पर कल सुनवाई होने की संभावना है.
आसाराम को एक पुलिस बस में अदालत लाया गया. पुलिस का एक वाहन बस को एस्कॉर्ट कर रहा था. करीब चार घंटे तक हुई पूछताछ के बाद कल आसाराम को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था. मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद पुलिस वाहनों के काफिले में मोहनपुरा पुल के पास जोधपुर के सेंट्रल जेल ले जाए जाने से पहले आसाराम अदालत में करीब 15 मिनट तक रहे. उन्हें बैरक नंबर एक में रखा गया है.
सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकील ने मांग की कि जेल में आसाराम को उचित मेडिकल सुविधाएं दी जाए और उनका उचित ख्याल रखा जाए. इस पर अभियोजन ने अदालत को आश्वस्त किया कि सभी जरुरी सहायताएं दी जाएंगी.
पुलिस ने कहा कि उसने आसाराम की पुलिस हिरासत बढ़ाने की मांग इसलिए नहीं कि क्योंकि शुरुआती जांच और पूछताछ पूरी हो चुकी है. पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अजय लांबा ने सुनवाई के बाद यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमारी जांच पूरी हो चुकी थी इसलिए हमने पुलिस हिरासत बढ़ाने की मांग नहीं की. आरोपी ने हमसे सहयोग किया.’’
डीसीपी ने कहा, ‘‘हमारा मामला बहुत मजबूत है और हमारे पास आरोपी के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं. हम सही दिशा में बढ़ रहे हैं. हम जल्द ही इस मामले में आरोप–पत्र दाखिल करेंगे.’’ सुनवाई के बाद अदालत के बाहर जमा कुछ लोगों ने अदालत के आदेश का स्वागत करते हुए नारेबाजी की.
आसाराम को शनिवार–रविवार की दरमियानी रात काफी नाटक के बाद इंदौर में गिरफ्तार किया गया था. उन्हें पूछताछ के लिए कल यहां लाया गया. आसाराम के ‘न्यूरो डिजॉर्डर’ से जूझने की खबरों के बाबत डीसीपी ने कहा, ‘‘यह बात झूठ साबित हुई है. उनका बेटा जो चाहे बोल सकता है. हम किसी के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.’’ डीसीपी ने कहा, ‘‘डॉक्टरों की एक टीम ने कहा कि वह पूरी तरह ठीक हैं. वह शारीरिक और मानसिक तौर पर फिट हैं.’’ लांबा ने कहा, ‘‘खाना दिए जाने पर आसाराम खाना खा रहे हैं.’’
स्थानीय एस एन मेडिकल कॉलेज में कल हुई जांच में यह साबित हो गया कि आसाराम में यौन संबन्ध कायम करने की क्षमता अभी भी है. उन्हें जोधपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर मनई आश्रम भी ले जाया गया था. मनई आश्रम में ही कथित तौर पर आसाराम ने लड़की का यौन उत्पीड़न किया था. पुलिस ने भौतिक सत्यापन कर अपराध के वक्त का दृश्य सृजित किया. आसाराम ने अपने खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप से इंकार किया है.
आसाराम ने पौरुष परीक्षण पास किया
अपने आश्रम में सोलह साल की लड़की के यौन शोषण के आरोपी प्रवचन करने वाले 72 वर्षीय आसाराम ने यहां एसएन मेडिकल कालेज में पौरुष परीक्षण पास किया. गौरतलब है कि उन्होंने रविवार को जांच अधिकारियों से कहा कि वह नपुंसक हैं. ऐसे में इस तरह का अपराध करने में वह समर्थ ही नहीं हैं.
चार घंटे तक पूछताछ
पुलिस ने उनसे चार घंटे पूछताछ की, जिसमें उन्होंने यौन शोषण के आरोपों को निराधार बताया. जोधपुर पुलिस आयुक्त बीजू जार्ज जोसेफ ने कहा कि डॉक्टर उनका पौरुष परीक्षण करेंगे. देर शाम पुलिस ने उन्हें मणाई आश्रम ले जाकर मौका तसदीक कराया. इससे इनकार किया कि आसाराम भूख हड़ताल पर हैं.
इंदौर-दिल्ली-जोधपुर
आसाराम को लेकर पुलिस की टीम एयर इंडिया की उड़ान से दिल्ली होते हुए दोपहर में जोधपुर पहुंची. इसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए मंडौर में राजस्थान आम्र्ड कांस्टेबलरी बटालियन कैंपस ले जाया गया. हवाई अड्डे पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये थे. यहां पर उनके विरोध में जोरदार नारेबाजी हुई.