ओड़िशा के पूर्व मुख्यमंत्री जानकी बल्लभ पटनायक का निधन
भुवनेश्वरः ओड़िशा के पूर्व मुख्यमंत्री जानकी बल्लभ पटनायक का निधन 89 साल की उम्र में हो गया. पटनायक ने कई महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे हैं. जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक के गरिमा वाले पद शामिल है. पटनायक कांग्रेस के बेहद लोकप्रिय नेताओं में ये एक थे. पटनायक का जन्म 3 जनवरी 1927 को […]
भुवनेश्वरः ओड़िशा के पूर्व मुख्यमंत्री जानकी बल्लभ पटनायक का निधन 89 साल की उम्र में हो गया. पटनायक ने कई महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे हैं. जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक के गरिमा वाले पद शामिल है. पटनायक कांग्रेस के बेहद लोकप्रिय नेताओं में ये एक थे. पटनायक का जन्म 3 जनवरी 1927 को उड़ीसा के रामेश्वर पुरी में हुआ था.
पटनायक की प्रारंभिक शिक्षा उड़ीसा के खुर्दा उच्च विद्यालय से हुई थी. प्राथमिक शिक्षा के बाद पटनायक ने 1947 में संस्कृत में स्नातक की शिक्षा ली. स्नातक के बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से राजनीतिक शास्त्र की पढ़ाई पूरी की.
पढ़ाई के दौरान जानकी पत्रकारिता के क्षेत्र में आये लंबे अरसे तक ओड़िसा से प्रकाशित होने वाली मैगजीन पौरुष के संपाद रहे. राजनीति के अलावा जानकी का पत्रकारिता के क्षेत्र में भी अहम योगदान है. जानकी बल्लभ पटनायक ने 1971 में पहली बार कटक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
इंदिरा गांधी के शासनकाल में रक्षा मंत्रालय जैसा अहम विभाग उन्हें दिया गया और यहां वह सहायक मंत्री के पद पर रहे. 1980 में दोबारा उन्हे लोकसभा चुनाव में जीत मिली और पर्यटन, सिविल एविएशन तथा लेबर कैबिनेट मंत्री बने. इसके बाद उन्हें ओड़िसा कांग्रेस का नेता चुन लिया गया और तीन बार पटनायक मुख्यमंत्री पद पर रहे. इसके बाद वह 2004 में विपक्ष के नेता बने. इसके बाद वह 11 दिसंबर 2009 को असम के राज्यपाल बने. पटनायक के निधन से कांग्रेस को एक बड़ा नुकसान पहुंचा है. कांग्रेस के कई नेताओं ने इनके निधन पर शोक जताया.