राहुल गांधी के तरकश के तीर प्रधानमंत्री पर, नरेंद्र मोदी कब और कैसे देंगे जवाब?

नयी दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की वापसी शानदार ढंग से हुई है. अपनी वापसी के बाद पिछले तीन चार दिनों में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई तीर दागे हैं. उनका हर तीर चुभने वाला है. ऐसा लगता है कि विपश्यना कर लौटे राहुल गांधी के तरकश में सरकार पर दागने के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2015 5:09 PM
नयी दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की वापसी शानदार ढंग से हुई है. अपनी वापसी के बाद पिछले तीन चार दिनों में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई तीर दागे हैं. उनका हर तीर चुभने वाला है. ऐसा लगता है कि विपश्यना कर लौटे राहुल गांधी के तरकश में सरकार पर दागने के लिए ढेर सारे तीर हैं. रविवार को जब राहुल गांधी ने कांग्रेस की किसान रैली में नरेंद्र मोदी पर उद्योगपतियों से हजारों करोड रुपये कर्ज लेने का आरोप लगा दिया तो भाजपा बुरी तरह तिलमिला गयी. पार्टी नेता व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसे जनादेश का अपमान बताया व मोदी पर पार्टी ने सफेद झूठ बोलने का आरोप भी लगाया. उसके अगले दिन सोमवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को सूट बूट वालों की सरकार बता दिया और कहां यह बडे लोगों की सरकार है, इसे भला किसानों की फिक्र कहां!
पहले कभी तो ऐसा नहीं हुआ था
राहुल गांधी इससे पहले कभी भाजपा व नरेंद्र मोदी पर इतना करारा हमला नहीं बोल सके थे, जिससे भाजपा तिलमिला जाये. राहुल के लगातार हमलों ने भाजपा को सकते में डाल दिया है. जिस राहुल गांधी के मुंह पर बार बार अंबानी अडानी का नाम आता था, उस शख्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी सरकार व भाजपा पर इतना दबाव बना दिया है कि प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने सांसदों को संबोधित करने के दौरान यह सवाल उठा दिया कि क्या मैं यह काम उद्योगपति के लिए कर रहा हूं या देश के आम लोगों व किसानों के लिए कर रहा हूं?
राहुल गांधी के वार से भाजपा की तिलमिलाहट का आकलन वरिष्ठ भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के उस बयान से भी किया जा सकता है कि राहुल गांधी का लोकसभा में भाषण शैतान के प्रवचन जैसा है. वेंकैया ने यह भी कह दिया है कि राहुल के बार बार झूठ बोलने से सच नहीं बदल जायेगा. मतलब साफ है कि भाजपा यह मान रही है कि भूमि अधिग्रहण व किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस और राहुल गांधी जबरदस्त प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री क्या जवाब देंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर मुद्दे पर तुरंत फुरंत प्रतिक्रिया नहीं देते. ऐसा नहीं है कि उनके साथ यह स्थिति प्रधानमंत्री बनने के बाद ही बनी है, जब वे मुख्यमंत्री थे, तब भी ऐसा ही करते थे और बहुत सोच विचार के बाद सटिक बयान देते थे या राजनीतिक हमले बोलते थे. ऐसे में जब राहुल गांधी लगातार उन पर हमले बोल रहे हैं, तो नरेंद्र मोदी उस वार का पलटवार करने की नि:संदेह तैयारी कर रहे होंगे. प्रतिस्पर्धी राजनीति में यह स्वभाविक चीज ही नहीं, बल्कि राजनीतिक जिम्मेवारी भी है. लेकिन, देखने वाली बात यह है कि पीएम किस मंच से और कब राहुल को जवाब देंगे. वे सदन में राहुल गांधी को जवाब देंगे या सदन से बाहर किसी सार्वजनिक मंच से?

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