इंदौर : रुपये की गिरती कीमत के लिये संप्रग सरकार की गलत आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया और वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को ‘अनर्थशास्त्रियों’ की तिकड़ी करार दिया.
जोशी ने यहां भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘अर्थव्यवस्था के मामले में मनमनोहन, मोंटेक और चिदंबरम असफल सिद्ध हुए हैं. मेरी नजर में ये तीनों अर्थशास्त्री नहीं, बल्कि अनर्थशास्त्री या व्यर्थशास्त्री हैं. संप्रग सरकार शासन करने का अधिकार खो चुकी है.’ उन्होंने चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी वित्तमंत्री को अपनी नाकामी का ठीकरा पूर्ववर्ती समकक्ष के सिर फोड़ते देखा गया हो.
जोशी ने कहा, ‘देश में आर्थिक बदहाली का दौर तभी शुरु हो गया था, जब चिदंबरम पहली बार वित्त मंत्री बने थे.’ उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) के तहत करोड़ों रुपये की राशि जारी की. इससे मुद्रा विस्तार हुआ और महंगाई बढ़ी.
जोशी ने कहा, ‘अब संप्रग सरकार खाद्य सुरक्षा कानून के नाम पर करोड़ों रुपये बाजार में बहाने जा रही है. इस तरह के सरकारी धन आवंटन अनुत्पादक होते हैं और इनके दुष्परिणामों से महंगाई बढ़ती है.’
उन्होंने इन खबरों को खारिज किया कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा नेताओं से कहा है कि वे आसाराम के पक्ष में बयानबाजी न करें. जोशी ने कहा, ‘मैंने ऐसी किसी हिदायत की कोई खबर नहीं पढ़ी. वह (मोदी) ऐसी कोई हिदायत दे भी नहीं सकते, क्योंकि भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह हैं.’