तेलंगाना प्रकिया में तेजी आने की संभावना
नयी दिल्ली: संसद का मानसून सत्र छह सितंबर को सम्पन्न होने के बाद अलग तेलंगाना राज्य के गठन की प्रक्रिया में तेजी आने की संभावना है.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रलय जल्द ही इस मामले पर मंत्रिमंडल के समक्ष एक नोट पेश करेगा, जो आंध्र प्रदेश के विभाजन से उठे मुद्दे पर विचार के […]
नयी दिल्ली: संसद का मानसून सत्र छह सितंबर को सम्पन्न होने के बाद अलग तेलंगाना राज्य के गठन की प्रक्रिया में तेजी आने की संभावना है.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रलय जल्द ही इस मामले पर मंत्रिमंडल के समक्ष एक नोट पेश करेगा, जो आंध्र प्रदेश के विभाजन से उठे मुद्दे पर विचार के लिए संभवत: मंत्रियों का एक समूह भी गठित कर सकती है. इसके बाद नए राज्य के गठन को लेकर आंध्र प्रदेश विधानसभा में एक प्रस्ताव भेजे जाने की संभावना है.
संप्रग अध्यक्ष एवं कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने हाल ही में कहा था कि सरकार तेलंगाना पर एक समिति गठित करेगी.
सरकार के इस कदम से यह साफ संकेत जाएगा कि संप्रग अलग तेलंगाना राज्य के गठन के लिए प्रतिबद्ध है. गठन के बाद तेलंगाना भारत का 29वां राज्य बन जाएगा.कांग्रेस महासचिव (आंध्र प्रदेश के प्रभारी) दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘फिलहाल तेलंगाना में दस जिलों को शामिल किए जाने का विचार है, लेकिन इसमें और अधिक क्षेत्रों को शामिल किए जाने की मांग पर मंत्रिसमूह ही विचार करेगा.’’ संसद के मौजूदा सत्र में ‘न्याय’ के साथ-साथ अखंड आंध्र प्रदेश की मांग को लेकर सीमांध्र क्षेत्र के कांग्रेस और तेदेपा सांसदों की ओर से प्रबल विरोध देखने को मिला.