नयी दिल्ली: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए सभी उपलब्ध संसाधनों के अधिकाधिक इस्तेमाल के लिए सेना, वायुसेना और नौसेना से आज ‘वित्तीय समझदारी’ दिखाने को कहा.
पर्रिकर ने इससे पहले तीनों सेनाओं से अपनी मांगों को प्राथमिकता के अनुसार तय करने को कहा था.रक्षा मंत्री ने कहा कि हालांकि प्रौद्योगिकी आधुनिक युद्ध के लिए महत्वपूर्ण है लेकिन सभी कमांडरों का ध्यान सैन्यकर्मियों का मनोबल बढाने पर भी केन्द्रित होना चाहिए.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार पर्रिकर ने यहां तीनों सेनाओं के कमांडरों के वार्षिक एकीकृत सम्मेलन में कहा कि सरकार सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण को हर तरह का सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन वित्तीय समझदारी दिखाने और सभी उपलब्ध संसाधनों के अधिकाधिक इस्तेमाल की भी जरुरत है.
तीनों बलों की रक्षा उपकरणों की मांगों की लंबी सूची है जिनमें नई पनडुब्बियां, बंदूकें, मिसाइल, लडाकू विमान समेत अन्य शामिल हैं.
वित्तीय सहयोग की जरुरत को ध्यान में रखते हुए सरकार समायोजन करते हुए प्राथमिकता के आधार पर मांगों पर ध्यान दे रही है.इस सम्मेलन में रक्षा राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, वायुसेना प्रमुख अरुप राहा, नौसेना प्रमुख आर के धवन और थल सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह समेत अन्य मौजूद थे.