खाद्य सुरक्षा विधेयक आज राज्यसभा में पेश होगा

नयी दिल्ली:भाकपा के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि पार्टी कल संसद के उपरी सदन में खाद्य सुरक्षा विधेयक में संशोधन पेश करेगी. लोकसभा में पारित होने के बाद खाद्य सुरक्षा विधेयक कल राज्यसभा में पेश किया जाना है. भाकपा नेता डी. राजा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम कल महत्वपूर्ण (खाद्य सुरक्षा विधेयक में) संशोधन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2013 10:20 AM

नयी दिल्ली:भाकपा के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि पार्टी कल संसद के उपरी सदन में खाद्य सुरक्षा विधेयक में संशोधन पेश करेगी. लोकसभा में पारित होने के बाद खाद्य सुरक्षा विधेयक कल राज्यसभा में पेश किया जाना है.

भाकपा नेता डी. राजा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम कल महत्वपूर्ण (खाद्य सुरक्षा विधेयक में) संशोधन पेश करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें स्वीकार किया जाए.’’ सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सार्वभौमिक बनाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इसमें पोषक तत्वों का भी ध्यान रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सुव्यवस्थित और सार्वभौमिक बनाया जाना चाहिए. हमें खाद्य सुरक्षा विधेयक के सभी पहलूओं पर विचार करना चाहिए.’’ राजा ने कहा कि खाद्य सुरक्षा विधेयक से राज्यों के वित्तिय अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र से राज्यों को मिलने वाले खाद्यान्न की मात्र में कमी नहीं होनी चाहिए.’’डॉलर के मुकाबले रुपए के गिरने मूल्य के लिए केंद्र की आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए राजा ने कहा, ‘‘हम आज जो भी देख रहे हैं वह कांग्रेस नेतृत्व वाली संप्रग सरकार की विनाशकारी आर्थिक नीतियों का परिणाम है. यह :सरकार: अर्थव्यवस्था को संभालने में असफल रही है.’’ कांग्रेस द्वारा खाद्य सुरक्षा विधेयक को आगामी लोकसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए भाकपा नेता ने कहा कि संप्रग सरकार लोगों को गुमराह कर रही है.

राजा ने कहा, ‘‘स्पष्ट रुप से वह खाद्य सुरक्षा विधेयक का राजनीतिकरण कर रहे हैं क्योंकि यह वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में उनका मुख्य मुद्दा है. खाद्य विधेयक का राजनीतिकरण करके सरकार लोगों की आंखों पर पट्टी बांधना चाहती है.’उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को पता है कि किस पार्टी को सत्ता से हटाना है और किस दल को सबक सिखाना है. कांग्रेस को लोगों पर अंधाविश्वास नहीं करना चाहिए.’’

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