वायुसेना के विमान ने नेपाल में फंसे 55 भारतीयों को निकाला
नयी दिल्ली-काठमांडो : भारतीय वायुसेना का एक विमान आज रात भूकंप प्रभावित नेपाल से चार नवजात बच्चों समेत 55 भारतीयों को वापस लाया.रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि विमान सी-130जे नई दिल्ली से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल :एनडीआरएफ: के सदस्यों और राहत सामग्री लेकर काठमांडो के लिए रवाना हुआ था और रात करीब 10:45 […]
नयी दिल्ली-काठमांडो : भारतीय वायुसेना का एक विमान आज रात भूकंप प्रभावित नेपाल से चार नवजात बच्चों समेत 55 भारतीयों को वापस लाया.रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि विमान सी-130जे नई दिल्ली से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल :एनडीआरएफ: के सदस्यों और राहत सामग्री लेकर काठमांडो के लिए रवाना हुआ था और रात करीब 10:45 बजे 55 भारतीयों को लेकर यहां उतरा. इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने कहा था कि सी-130 जे के अलावा वायु सेना के दो अन्य विमान आईएल-76 और सी-17 को भी नेपाल की राजधानी काठमांडो में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वहां भेजा गया है.
दोनों विमान 100-100 भारतीयों को लेकर आज देर रात में या कल यहां पहुंच सकते हैं. नेपाल में आज 7.9 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से करीब 1,500 लोगों की मौत हो गयी और एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल तथा राजधानी में सदियों पुरानी धरहरा मीनार सहित कई प्रमुख इमारतें क्षतिग्रस्त हो गयीं। यह बीते 80 वर्षों का सबसे भयावह भूकंप है. भूकंप का केंद्र काठमांडो से उत्तर पश्चिम में करीब 80 किलोमीटर दूर लामजुंग में था और बिहार तथा पश्चिम बंगाल और पूर्वी भारत के कई शहरों में भी इसका असर महसूस किया गया। चीन के साथ ही पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी भूकंप महसूस किया गया.
नेपाल में भूकंप से मरने वालों में दो भारतीय शामिल
नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों में भारतीय दूतावास के एक कर्मचारी की बेटी सहित दो भारतीय शामिल हैं. भूकंप से करीब 1,500 लोगों की जान गई है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारतीय दूतावास परिसर में एक मकान गिर गया जिससे एक सीपीडब्ल्यूडी कर्मी मदन की बेटी की मौत हो गई. सूत्रों ने बताया कि एक अन्य भारतीय की मौत की खबर बिर अस्पताल से मिली है. हालांकि, इस दूसरे भारतीय की मौत का ब्यौरा तत्काल नहीं मिल पाया है.