नयी दिल्ली : राजग सरकार संसद के बजट सत्र के बाद नौ राज्यों में राज्यपालों की रिक्तियां भरने की योजना बना रही है क्योंकि एक राज्यपाल के पास चार राज्यों का प्रभार है तो पांच अन्य में प्रत्येक पर कम से कम दो राज्यों की जिम्मेदारी है.
राजभवन में रिक्तियां भरे जाने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह को बताया, ‘ हमें बैठना है और फैसला होगा…हो सकता है संसद सत्र के बाद हो.’ बिहार, पंजाब, असम, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और तेलंगाना में राजभवनों में रिक्तियां हैं. पुडुचेरी में उपराज्यपाल का पद भी रिक्त पडा है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के पास बिहार, मेघालय और मिजोरम का अतिरिक्त प्रभार है जबकि नगालैंड के राज्यपाल पद्मनाभ आचार्य के पास असम और त्रिपुरा का प्रभार है.
हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी के पास पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ के प्रशासक का अतिरिक्त प्रभार है. राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह हिमाचल प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार उठा रहे हैं. उत्तराखंड के राज्यपाल के के पॉल को मणिपुर के राजभवन की भी जिम्मेदारी दी गयी है.
अखंड आधंप्रदेश के राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हण बंटवारे के बाद तेलंगाना और शेष आंध्रप्रदेश के राज्यपाल बने हुए हैं, जबकि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अजय कुमार सिंह के पास पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार है.