नेपाल में फंसे भारतीयों को निकालने में लगे है 13 विमान और 35 बस, सरकार ने बढ़ायी सहायता राशि

नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक में नेपाल में फंसे लोगों को मदद पहुंचाने और भारत के कई राज्यों में पहुंचे नुकसान के लिए ज्यादा से ज्यादा मदद पर चर्चा की. इस बैठक में भूकंप से मरने वाले लोगों के परिवार वालों को सहायता राशि के रूप में अब 6 लाख रूपये मिलेंगे. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2015 6:36 PM

नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक में नेपाल में फंसे लोगों को मदद पहुंचाने और भारत के कई राज्यों में पहुंचे नुकसान के लिए ज्यादा से ज्यादा मदद पर चर्चा की. इस बैठक में भूकंप से मरने वाले लोगों के परिवार वालों को सहायता राशि के रूप में अब 6 लाख रूपये मिलेंगे. यह राशि पहले दो लाख रूपये थी जिसमें 4 लाख रुपये और जोड़े गये हैं.

विदेश सचिव एस जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेस में जानकारी दी कि लोगों को नेपाल से निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है. एक प्लेन वहां से लोगों को लेकर दिल्ली पहुंच चुका है दूसरा प्लेन रास्ते है. कुल 13 विमान राहत कार्य में लगे हैं. हमारी कोशिश है कि भारत के अलावा दूसरे देश के लोगों को भी बाहर निकाला जा सके. प्रधानमंत्री की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि वरिष्ठ लोगों की टीम नेपाल भेजा जायेगा जो राहत कार्य पर विशेष ध्यान रखेगी.

आज दो विमान राहत कार्य में लगे थे और 500 से ज्यादा लोगों को वहां से निकाला जा चुका है. काठमांडू से बाहर निकालने के लिए सड़क रास्ते का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. 35 बसें भी लोगों को बचाने के लिए तैयार की गयी है. हम सड़क मार्ग से बाहर निकालने के लिए दो रास्तों को इस्तेमाल कर रहे हैं जिनमें रक्सौल और सौनाली के रास्ते खुले हैं. एस जयशंकर ने कहा, हमारी प्राथमिकता है कि वहां से लोगों को जल्दी बाहर निकाला जा सके. कल भी 546 से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला गया था. विदेश सचिव ने जानकारी दी कि अभी भी एयरपोर्ट पर बहुत सारे लोग फंसे हैं.
एनडीआरएफ की 10 टीमें नेपाल भेजी गयी है. नेपाल में अभी टेलीफोन की लाइन आ रही है जा रही है इसलिए वहां सीधे संपर्क करने में लोगों को परेशानी हो रही है. वहां इंटरनेट और इलेक्ट्रीसिटी की भी समस्या है. नेपाल में कितने भारतीय घायल हुए, कितनों की मौत हुई है इस सवाल पर विदेश सचिव ने कहा, अभी हमारे पास कोई आकड़ा नहीं है. नेपाल के अलावा भारत के अन्य राज्यों में भी काफी नुकसान पहुंचा है. हम राज्यों से संपर्क में है. और ज्यादा प्रभावित राज्यों में भी एनडीआरएफ की टीम भेजी गयी है.

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