नई दिल्ली : राज्यसभा में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सहयोगी अमित शाह के खिलाफ, जेल में बंद आईपीएस अधिकारी डी जी वंजारा द्वारा लगाए गए आरोपों का मुद्दा उठाने की अनुमति न मिलने पर वाम दलों के सदस्यों ने आज सदन से वाकआउट किया.
वंजारा के मुद्दे पर ही वाम दलों, सपा और जदयू के सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित भी की गई. इन दलों के सदस्य वंजारा का मुद्दा उठाना चाहते थे लेकिन उप सभापति पी जे कुरियन ने इसकी अनुमति नहीं दी.
कुरियन ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी. इस पर सदस्यों ने हंगामा शुरु कर दिया और नारे लगाने लगे. हंगामे के बीच ही कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. वाम दलों और जदयू के सदस्यों ने कहा कि वंजारा मुद्दे के सिलसिले में उन्होंने नोटिस दिए हैं जिन पर चर्चा होनी चाहिए.
वाम दलों और सपा के सदस्य अपने स्थानों से उठ कर आगे आ गए. हालांकि वे आसन के पास नहीं गए. कुरियन ने कहा ‘‘अगर आप एक एक कर बोलेंगे तो मैं अनुमति दूंगा.’’इसी बीच भाजपा सदस्यों ने आतंकवादी यासीन भटकल का मुद्दा उठाया. हंगामा थमता न देख कुरियन ने 11 बज कर 4 मिनट पर बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी.