नयी दिल्ली : कोयला मुद्दे को लेकर मनमोहन सिंह पर भाजपा के हमले के लिए विपक्षी दल पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि फाइलें प्रधान मंत्री की सीधी जिम्मेदारी नहीं है और न ही उन्हें इस मामले में कोई स्पष्टीकरण देने की जरुरत है कि वे कहां हैं.कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी तरफ से काफी पहल की है और हंगामे के कारण सदन के समय की बर्बादी को बचाने के लिये इस मुद्दे पर बयान भी दिया जिसकी विपक्ष ने मांग की थी.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं उन्होंने जो वक्तव्य दिया वह एक राजनेता के रुप में उनका बेहतरीन प्रदर्शन है और इसकी सराहना होनी चाहिए.’’कांग्रेस प्रवक्ता ने इस बात को भी गलत बताया कि फाइलें जानबूझ कर गुम की गई हैं. उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम ये सभी फाइलें सीएजी के पास थीं.
सीएजी ने इन फाइलों के एक भी पेज के गुम होने के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है. जब इन फाइलों को गुम बताया गया तो सीएजी के एक अधिकारी ने कहा कि ये फाइलें पहले से ही उनके पास हैं. इसलिए अगर कोई कापी चाहता है तो कापी ले सकता है.दीक्षित ने कहा कि इसलिए यह कहना पूरी तरह से गलत है कि कोई कुछ छिपा रहा है या कुछ चीजों को दूर रख रहा है.
भाजपा नेता एम वैंकैया नायडू ने आरोप लगाया कि सरकार कोयला ब्लाक आवंटन से जुड़ी गुम फाइलों के मुद्दे को रफादफा करने का प्रयास कर रही है. इस मुद्दे पर संसद में प्रधानमंत्री के बयान को लेकर दोनों ही सदनों में हंगामा हुआ और विपक्ष ने असंतोष जताया. हंगामे के चलते कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री ने अपने बयान में चीजें पूरी तरह स्पष्ट कर दी हैं और ऐसा कुछ भी नहीं बचा जिसके आगे सवाल किया जाये. उन्होंने कहा कि राज्यसभा की प्रक्रिया का उन्हें पता नहीं लेकिन जहां तक लोकसभा का सवाल है वहां यह पूरी तरह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री के बयान के बाद उस पर कोई चर्चा नहीं होती.