प्रधानमंत्री ने सुषमा, जेटली और आडवाणी को आवास पर आमंत्रित किया
नयी दिल्ली : कोयलाब्लॉकआवंटन से संबंधित कथित ‘गायब’ फाइलों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री द्वारा संसद में आज बयान दिए जाने के बाद विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच बने गतिरोध को तोड़ने के प्रयास में मनमोहन सिंह ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और लालकृष्ण आडवाणी को अपने निवास पर आमंत्रित किया […]
नयी दिल्ली : कोयलाब्लॉकआवंटन से संबंधित कथित ‘गायब’ फाइलों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री द्वारा संसद में आज बयान दिए जाने के बाद विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच बने गतिरोध को तोड़ने के प्रयास में मनमोहन सिंह ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और लालकृष्ण आडवाणी को अपने निवास पर आमंत्रित किया है.
उधर सूत्रों ने बताया कि संसद के दोनों सदनों में दिए गए बयान पर प्रधानमंत्री द्वारा स्पष्टीकरण देने से इंकार करने से नाराज भाजपा नेता कोयला घोटाले में सरकार के विरुद्ध अपने दबाव को बढ़ाने की रणनीति से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.
सरकार की कोशिश है कि इस मुलाकात के जरिए भाजपा नेताओं की नाराजगी को दूर करके इस सप्ताह शुक्रवार को संपन्न होने जा रहे संसद के मानसून सत्र में कुछ और महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराया जा सके.कथित गायब फाइलों के बारे में प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण की विपक्ष की मांग पर सिंह ने आज संसद में कहा कि यह निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी कि कोयला आवंटन के बारे में चल रही जांच से संबंधित फाइलें या कागजात गायब हो गये हैं, फिर भी मांगे जा रहे दस्तावेज वास्तव में गायब पाये जाते हैं तो सरकार गहरायी से जांच करके दोषियों को सजा सुनिश्चित करेगी.
सिंह ने सदन को विश्वास दिलाया कि सरकार पूरा प्रयास करेगी कि मांगे गये कागजात उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्धारित समयसीमा के भीतर खोजकर सीबीआई को दे दिये जायें. यदि सरकार इन कागजात में कुछ को निर्धारित समयसीमा के भीतर नहीं ढूंढ पाती है, तो जैसा न्यायालय का निर्देश है, सीबीआई को रिपोर्ट भेज दी जाएगी ताकि वह उचित जांच करा सके. विपक्ष हालांकि उनके इस बयान से संतुष्ट नहीं हुआ और वह उनसे कुछ और स्पष्टीकरण चाहता था. लेकिन प्रधानमंत्री ने और कुछ कहने से इंकार कर दिया जिसके कारण विपक्ष ने दोनों सदनों की कार्यवाही ठप कर दी.