भूकंप से तबाही : भारत का नेपाल में ऑपरेशन मैत्री
नयी दिल्ली : भारत ने नेपाल में राहत और बचाव अभियान ‘ऑपरेशन मैत्री’ तेज करते हुए रविवार को दो दर्जन से ज्यादा विमान, हेलीकॉप्टरों को तैनात किया. सड़क मार्ग से भी बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला जा रहा है. शीर्ष भारतीय अधिकारी के अनुसार, हिमालयी राष्ट्र में स्थिति ‘बहुत बहुत गंभीर है.’ ऐसे में […]
नयी दिल्ली : भारत ने नेपाल में राहत और बचाव अभियान ‘ऑपरेशन मैत्री’ तेज करते हुए रविवार को दो दर्जन से ज्यादा विमान, हेलीकॉप्टरों को तैनात किया. सड़क मार्ग से भी बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला जा रहा है. शीर्ष भारतीय अधिकारी के अनुसार, हिमालयी राष्ट्र में स्थिति ‘बहुत बहुत गंभीर है.’ ऐसे में एनडीआरएफ के करीब 1,000 प्रशिक्षित कर्मचारियों को सेवा में लगाया गया है. वहां फंसे पर्यटकों को जल्दी निकालने के लिए कई कदम उठाये गये हैं.
विदेशी नागरिकों को सद्भावना वीजा जारी किया जा रहा है. बसों और एंबुलेंस के जरिये उन्हें निकाला जा रहा है. अब तक 1180 लोगों को हवाई मार्ग से निकाला गया है. गृह सचिव के नेतृत्व में गठित एक अंतर-मंत्रलीय टीम जल्दी ही नेपाल जायेगी और ‘ऑपरेशन मैत्री’ के तहत वहां राहत तथा बचाव कार्यो का समन्वय करेगी. विदेश सचिव एस जयशंकर ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैं रेखांकित करता हूं कि नेपाल में जल्दी से जल्दी राहत और बचाव कार्य हमारा प्राथमिक मिशन है.
नेपाल में स्थिति बहुत-बहुत गंभीर है.’ संवाददाता सम्मेलन में गृह सचिव एलसी गोयल, रक्षा सचिव आरके माथुर, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकार के प्रमुख आरके जैन और मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख एलएस राठौड़ भी मौजूद थे. नेपाल से बचाये गये भारतीयों की विस्तृत जानकारी देते हुए विदेश सचिव जयशंकर ने बताया कि शनिवार को 546 लोगों को वहां से निकाला गया था, जबकि रविवार को अभी तक 634 लोग वापस लाये गये हैं. कहा कि बचावकर्मी अन्य देशों के नागरिकों को भी वहां से निकालने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भारतीय पहली प्राथमिकता हैं.
13 सैन्य विमान, एयर इंडिया, जेट एयरवेज के तीन असैन्य विमान, छह एमआइ-17 हेलीकॉप्टर, दो एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर भेजे
दो एमआइ-17 कॉप्टर तैयार
चार सी-17 ग्लोबमास्टर-3, तीन सी-130जे सुपर हक्यरूलिस
राहत सामग्री
10 टन कंबल
50 टन पेयजल
22 टन भोजन
02 टन दवाएं
सेना के तीन फील्ड अस्पताल, इंजीनियरिंग टास्क फोर्स और असैन्य डॉक्टरों की मेडिकल यूनिट नेपाल भेजी गयी
भारतीयों को 35 बसों से सुनौली और रक्सौल के रास्ते भारत-नेपाल सीमा से लाया जायेगा
भारत ने भेजी मदद
पानी, दवा, डॉक्टर, खाना-पीना, टेंट और मलबा साफ करने का सामान
01 लाख बोतल पानी हर दिन नेपाल पहुंचायेगा भारतीय रेलवे
08 मालवाहक विमान समेत 10 बड़े विमान
12 हेलीकॉप्टर राहत, खोज अभियान में लगे
फील्ड इंजीनियरों की एक कंपनी
50 डॉक्टर आपात चिकित्सा सेवा के लिए
विश्व ने भी बढ़ाये हाथ
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ द रेड क्रॉस एंड रेड
क्रीसेंट सोसाइटीज जल्द मदद भेजेगा
अमेरिका : 10 लाख डॉलर
ऑस्ट्रेलिया : 05 लाख डॉलर
चीन : 33 लाख डॉलर
नॉर्वे : 24 करोड़ रुपये
ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, इस्राइल, सिंगापुर और यूरोपीय संघ ने की सहायता की पेशकश
पाकिस्तान ने 30 बेड वाला अस्पताल, सेना के डॉक्टर, खोजी कुत्ते, खाद्य सामग्री, 200 टेंट और 600 कंबल भेजे
चाइना इंटरनेशनल सर्च एंड रेस्क्यू टीम के 62 सदस्यों ने राहत कार्य शुरू किया. 600 से अधिक पर्यटकों को कई विमान से निकाल रहा है
परेशानी
सड़कें हो गयी हैं तबाह या ब्लॉक
सहायता पहुंचाने में प्रतिनिधियों को दिक्कतें
संचार सेवा भी पूरी तरह बहाल नहीं