#ThankYouPM : नरेंद्र मोदी ने कहा, भूकंप में मदद के लिए मुझे नहीं सेना, डॉक्टरों और एनडीआरएफ को दें धन्यवाद

नयी दिल्ली : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन्यवाद देने वालों के संबंध में ट्विटर पर लिखा है कि भूकंप के बाद लोगों ने मुझे धन्यवाद दिया है. मैं उनकी भावनाओं को समझता हूं लेकिन उन्हें धन्यवाद हमारी संस्कृति को देनी चाहिए जो हमें ‘सेवा परमो धर्मों’ का पाठ पढाती है. यदि हमें किसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2015 1:15 PM

नयी दिल्ली : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन्यवाद देने वालों के संबंध में ट्विटर पर लिखा है कि भूकंप के बाद लोगों ने मुझे धन्यवाद दिया है. मैं उनकी भावनाओं को समझता हूं लेकिन उन्हें धन्यवाद हमारी संस्कृति को देनी चाहिए जो हमें ‘सेवा परमो धर्मों’ का पाठ पढाती है. यदि हमें किसी को धन्यवाद देना ही है तो भारतीय सेना, एनडीआरफ, डॉक्टर और वहां सेवा कर रहे लोगों को देना चाहिए.

हमें उन युवाओं को धन्यवाद देना चाहिए जो दिन-रात पीडितों की सेवा में लगे हुए हैं. हमें मीडिया का भी धन्यवाद करना चाहिए जो ग्राउंड जीरो में जाकर वहां की खबरों से हमें रु-ब-रु करवा रहे हैं. देश के सवा सौ करोड़ जनता का हमें धन्यवाद करना चाहिए.सोमवार को ट्विटर पर #ThankYouPM टॉप ट्रेंडिंग करने लगा. पहले यह अंदर की ओर ट्रेंड कर रहा था लेकिन देखते ही देखते यह पहले नंबर पर आ गया. इस हैशटैग के साथ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दे रहे हैं.

नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच सामंजस्य बना हुआ है जिसके लिए मैं राज्य सरकारों का धन्यवाद देता हूं. इससे बढकर मैं नेपाल के और भारत में रह रहे उन लोगों को सलाम करता हूं जो इस दुख की घड़ी में अपनी सहनशीलता का परिचय दे रहे हैं.

आपको बता दें कि भूकंप आने के तत्काल बाद नेपाल के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से फोन पर बात की. इसके साथ ही नेपाल को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया. इसके तुरंत बाद बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के साथ मध्यप्रदेश व कुछ अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की. सबको तत्परता से संकट की इस घड़ी में काम करने का निर्देश दिया, कहा-केंद्र की तरफ से उन्हें हरसंभव मदद भी दी जायेगी.

नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कुमार कोइराला, जो उस वक्त बैंकॉक में थे, को भी मोदी ने फोन पर संपर्क साध कर आपदा से निबटने में कंधे से कंधा मिला कर काम करने का आश्वासन दिया.

Next Article

Exit mobile version