अमित शाह ने कहा, बांग्लादेशी हिंदू शरणार्थियों को देंगे भारतीय नागरिकता
देहरादून : उत्तराखंड में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तीन मई को प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं. इससे पहले गुवाहाटी में रविवार को अमित शाह ने कहा है कि यदि उनकी सरकार असम में […]
देहरादून : उत्तराखंड में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तीन मई को प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं. इससे पहले गुवाहाटी में रविवार को अमित शाह ने कहा है कि यदि उनकी सरकार असम में आती है तो बांग्लादेश के हिंदू शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी. आपको बता दें कि असम में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. शाह ने गुवाहाटी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि धार्मिक अशांति के कारण कुछ हिंदुओं ने बांग्लादेश छोड़ दिया था और भारत में शरण ले ली.
उत्तराखंड के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने बताया कि पूरे देश का भ्रमण कर रहे भाजपा अध्यक्ष शाह तीन मई को अपने एक दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आ रहे हैं जिससे मिशन. 2017 की तैयारियों मे जुटी प्रदेश की पार्टी इकाई को उर्जा मिलने के साथ-साथ प्रदेश के कार्यकर्ताओं को उनका मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा. उन्होंने बताया कि इस दौरान शाह देहरादून में हाथीबडकला स्थित सर्वे आफ इंडिया के बडे हाल में भाजपा की एक बैठक को संबोधित करेंगे, जिसमें पार्टी के सभी सांसद, विधायक, कार्यसमिति के सदस्य, पार्टी मोचरे के संयोजक तथा सभी जिलाध्यक्षों समेत करीब 400 नेता भाग लेंगे. रावत ने बताया कि शाह के दौरे का मुख्य मकसद आगामी विधानसभा चुनाव में लिये पार्टी की रणनीति बनाना है.
हालांकि, एक सवाल के जवाब में उन्होंने इस बात से इनकार किया कि अपने दौरे में शाह राज्य में पिछले विधानसभा उपचुनाव में पार्टी को मिली हार की भी समीक्षा करेंगे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में शाह के आगमन को ऐतिहासिक बनाया जायेगा और सभी कार्यकर्ता अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत अनुशासन में रहते हुए पूरे जोश और उत्साह से करेंगे. उत्तराखंड में विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद भाजपा अध्यक्ष शाह के प्रदेश दौरे को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. वर्ष 2014 में प्रदेश से लोकसभा की सभी पांचों सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा को राज्य में हुए पिछले चारों विधानसभा उपचुनावों में करारी हार का सामना करना पडा.