जम्मू कश्मीर में 2014 से अब तक पाकिस्तानी मूल के 80 आतंकवादी मारे गए
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ लगातार जारी रहती है जिसे भारत के सुरक्षाकर्मी लगातार नाकाम करते चले जाते हैं. इस आतंकी हमलों में सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ आतंकी भी मारे जाते हैं. सरकार ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में जनवरी 2014 से अब तक कथित […]
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ लगातार जारी रहती है जिसे भारत के सुरक्षाकर्मी लगातार नाकाम करते चले जाते हैं. इस आतंकी हमलों में सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ आतंकी भी मारे जाते हैं. सरकार ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में जनवरी 2014 से अब तक कथित रुप से पाकिस्तानी मूल के 80 आतंकवादी मारे गए हैं साथ ही चार आतंकवादियों को गिरफ्तार भी किया गया.
लोकसभा में रमा देवी और वी एलूमलाई के पूरक प्रश्न के उत्तर में गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि इन आतंकियों से बरामद विभिन्न हथियार, खाद्य पदार्थ, दवाइयां आदि पाकिस्तान निर्मित थे जिससे यह स्पष्ट होता है कि ये आतंकवादी पाकिस्तानी मूल के थे या पाकिस्तान से आए थे. उन्होंने कहा कि जनवरी 2014 से अब तक कथित रुप से पाकिस्तानी मूल के 80 आतंकवादी मारे गए और पाकिस्तानी मूल के चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया. समय समय पर गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकवादियों से की गई पूछताछ से यह पता चला है कि आतंकवादियों को प्रशिक्षण और अन्य सहायता पाकिस्तान या पाक अधिकृत कश्मीर में दी जाती है और वे आतंकवादी गतिविधियों के लिए जम्मू कश्मीर राज्य में घुसपैठ करते हैं.
रिजिजू ने कहा कि जम्मू कश्मीर में 2014 से 19 अप्रैल 2015 तक 254 आतंकी घटनाएं सामने आई जिसमें 32 आम नागरिक मारे गए और 78 घायल हुए। इस अवधि में 58 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए एवं 103 घायल हुए। इस अवधि में 131 आतंकवादी मारे गए. मंत्री ने बताया कि वर्ष 2014 में राज्य में 110 आतंकवादी मारे गए और इनमें से 50 आतंकवादी घुसपैठ का प्रयास करते समय मारे गए. 105 आतंकवादियों को पाकिस्तान लौटने पर विवश कर दिया गया। 2015 में 21 आतंकवादी मारे गए जिनमें से 4 आतंकवादी घुसपैठ का प्रयास करते समय मारे गए.