केदारनाथ यात्रा की व्यवस्था के लिए उत्तराखंड अलग प्राधिकरण बनाएगा
देहरादून : केदार घाटी में जून में आई आपदा से बुनियादी ढांचे को पहुंचे बड़े पैमाने पर नुकसान के बीच उत्तराखंड सरकार ने वैष्णोदेवी यात्रा की तर्ज पर इस हिमालयी धाम की सालाना तीर्थयात्रा के लिए एक केदारनाथ विकास प्राधिकरण गठित करने का फैसला किया है.अधिकारियों ने आज यहां बताया कि प्राधिकरण को अंतिम रुप […]
देहरादून : केदार घाटी में जून में आई आपदा से बुनियादी ढांचे को पहुंचे बड़े पैमाने पर नुकसान के बीच उत्तराखंड सरकार ने वैष्णोदेवी यात्रा की तर्ज पर इस हिमालयी धाम की सालाना तीर्थयात्रा के लिए एक केदारनाथ विकास प्राधिकरण गठित करने का फैसला किया है.अधिकारियों ने आज यहां बताया कि प्राधिकरण को अंतिम रुप देने के लिए प्रक्रिया पहले से जारी है. यह केदार घाटी में पुनर्निर्माण की कोशिशों की निगरानी की जिम्मेदारी उठाने के अलावा यात्रा की व्यवस्था करेगा. उन्होंने बताया कि प्राधिकरण के गठन की घोषणा के सिलसिले में एक अधिसूचना जारी करने की घोषणा कभी भी की जा सकती है.
उन्होंने बताया कि आपदा के मद्देनजर राज्य सरकार को केदारनाथ यात्रा की व्यवस्था के लिए एक अलग प्राधिकरण के गठन की सख्त जरुरत महसूस हुई. इस आपदा के चलते मंदिरों से लगे इलाकों को भारी नुकसान पहुंचा और मंदिर आए हजारों श्रद्धालु लापता हो गए.प्राधिकरण इलाके में सिर्फ पुननिर्माण की प्रक्रिया की निगरानी ही नहीं करेगा बल्कि मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या, उनकी गतिविधियों और यात्रा की अवधि को भी नियंत्रित करेगा. इसके अलावा यह मंदिर के पास स्थित रामबाडा, गौरीकुंड और गुप्तकाशी जैसे विशेष स्थानों पर पुननिर्माण कोशिशों की निगरानी करेगा.
अधिकारियों ने बताया कि यह क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और निर्माण के लिए एक मास्टरप्लान तैयार करेगा, रोपवे बनाने और आवासीय व्यवस्था के लिए स्थानों का चयन करेगा. गौरतलब है कि राज्य कैबिनेट की कल यहां हुई एक बैठक में प्राधिकरण के गठन पर चर्चा हुई.