आसाराम के अनुयायियों ने निकाली मौन रैली

इंदौर: नाबालिग लड़की के यौन शोषण के मामले में आसाराम को साजिश के तहत फंसाये जाने का आरोप लगाते हुए उनके समर्थकों ने आज यहां मौन रैली निकाली.पुलिस के तगड़े इंतजाम के साये में शहर के टॉवर चौराहे से जिलाधिकारी कार्यालय तक निकाली गयी इस रैली में महिलाएं और ग्रामीण शामिल थे.रैली में शामिल लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2013 8:12 PM

इंदौर: नाबालिग लड़की के यौन शोषण के मामले में आसाराम को साजिश के तहत फंसाये जाने का आरोप लगाते हुए उनके समर्थकों ने आज यहां मौन रैली निकाली.पुलिस के तगड़े इंतजाम के साये में शहर के टॉवर चौराहे से जिलाधिकारी कार्यालय तक निकाली गयी इस रैली में महिलाएं और ग्रामीण शामिल थे.

रैली में शामिल लोगों ने अपने हाथों में तख्तियां थाम रखी थीं, जिन पर आसाराम के समर्थन में नारे लिखे थे. आसाराम के अनुयायियों ने 72 वर्षीय प्रवचनकर्ता को यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेजे जाने के खिलाफ जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा.

भरतपुर स्थित आसाराम आश्रम की जांच के आदेश

राजस्थान के भरतपुर जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट नीरज के पवन ने भरतपुर शहर के निकट स्थित आसाराम के आश्रम का भूमि रुपान्तरण नहीं होने के मामले की जांच के आदेश दिए है.जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्टेट ने आज कहा कि तहसीलदार को भरतपुर शहर के निकट रमेश सैनी की ओर से दान दी गई चार बीघा कृषि भूमि में आसाराम का आश्रम होने तथा इस भूमि का कृषि से आबादी में रुपान्तरण नहीं होने के मामले की जांच के आदेश दिए गये हैं.

उन्होने कहा कि शिकायत में बताया गया है आसाराम का जिस भूमि पर आश्रम है उसका कृषि भूमि से आबादी भूमि में रुपान्तरण नहीं हुआ है.

पवन ने कहा कि आसाराम के आश्रम की देखभाल करने वाले को नोटिस देकर कृषि भूमि से आबादी में भूमि रुपान्तरण के बारे में जानकारी मांगी गई है. उन्होने कहा कि नियमों के तहत भूमि का रुपान्तरण नहीं करवाया गया तो भूमि को सवाई चक में (सरकारी भूमि) शामिल कर लिया जायेगा.

इस आश्रम में एक कुटिया भी बनी हुई है. भरतपुर आने के दौरान आसाराम इस कुटिया में ही रहते थे. आसाराम के भरतपुर जिले में दो आश्रम है जिनमें से एक आश्रम की शिकायत की जांच के आदेश दिए गए है.

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