पाकिस्तानी झंडा लहराने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई, अमरनाथ यात्रा में भी नहीं होगा बदलाव : मुफ्ती मोहम्मद सईद

अहमदाबाद : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने सैयद अली शाह गिलानी की रैली में पाकिस्तानी झंडा लहराये जाने के मुद्दे पर कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि कश्मीरी पंडित जम्मू-कश्मीर के अविभाज्य अंग हैं और हमारी समृद्ध संस्कृति का हिस्सा भी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 2, 2015 3:15 PM

अहमदाबाद : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने सैयद अली शाह गिलानी की रैली में पाकिस्तानी झंडा लहराये जाने के मुद्दे पर कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि कश्मीरी पंडित जम्मू-कश्मीर के अविभाज्य अंग हैं और हमारी समृद्ध संस्कृति का हिस्सा भी, इसलिए हम यह भरसक प्रयास करेंगे कि उन्हें वापस घाटी में लाया जाये.

गौरतलब है कि कश्मीरी पंडितों को वहां बसाने को लेकर पिछले दिनों काफी बयानबाजी हुई थी, क्योंकि मुफ्ती मोहम्मद सईद ने यह बयान दिया था कि कश्मीरी पंडितों को घाटी में बसाने के लिए अलग से जमीन नहीं दी जायेगी, जबकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यह बयान दिया था कि कश्मीरी पंडितों के लिए जम्मू-कश्मीर में अलग से कॉलोनी बनायी जायेगी.
मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने सैयद अली शाह गिलानी की कल की रैली में पाकिस्तानी झंडा लहराने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आज वादा किया. वहीं, दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों ने अलगाववादी नेता की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.
मुख्यमंत्री ने अमरनाथ यात्रा की अवधि को 59 दिन से घटाकर 30 दिन करने की गिलानी की मांग को खारिज कर दिया और कहा कि यात्रा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगी.
सईद ने अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा, कुछ लोग इस तरह की गतिविधियों में शामिल थे. इस तरह के कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने याद दिलाया कि कैसे अलगाववादी नेता मसर्रत आलम भट जिसने एक रैली में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए थे और पाकिस्तानी झंडा लहराया था उसे सलाखों के पीछे डाला गया है. उस रैली में भी गिलानी ने हिस्सा लिया था.
सईद अपने राज्य में पर्यटन को बढावा देने के लिए गुजरात की यात्रा पर हैं. उन्होंने कहा, जब मसर्रत आलम को रिहा किया गया था, तो उसने पीएसए (जन सुरक्षा कानून) के तहत पहले ही पांच साल बिता लिए थे. जब मैंने खुद उसे पाकिस्तानी झंडा लहराते देखा. तब हमने (आलम के खिलाफ) तत्काल कार्रवाई की. उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था. उन्होंने कहा, कानून अपना काम करेगा.

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