राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दो दिन की ओड़िशा यात्रा पर पहुंचे
भुवनेश्वर: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ओडिशा की दो दिवसीय यात्रा पर आज यहां पहुंचे और तत्काल पवित्र नगरी पुरी के लिए रवाना हो गए जहां वह रात्रिविश्रम करेंगे. जब मुखर्जी का विमान यहां बीजू पटनायक हवाई अड्डे पर उतरा तब ओड़िशा के राज्यपाल एस सी जमीर, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, शहर के महापौर अनंत एन जेना तथा […]
भुवनेश्वर: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ओडिशा की दो दिवसीय यात्रा पर आज यहां पहुंचे और तत्काल पवित्र नगरी पुरी के लिए रवाना हो गए जहां वह रात्रिविश्रम करेंगे. जब मुखर्जी का विमान यहां बीजू पटनायक हवाई अड्डे पर उतरा तब ओड़िशा के राज्यपाल एस सी जमीर, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, शहर के महापौर अनंत एन जेना तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनकी आगवानी की.
राष्ट्रपति को चार बजकर 35 मिनट पर यहां पहुंचना था, लेकिन वह दस मिनट पहले ही पहुंच गए. वहां से हेलीकॉप्टर से सीधे पुरी चले गए. वह वहां सुदर्शन पटनायक द्वारा बनाई गई बालू की कलाकृतियां देखेंगे. उनका पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर में दर्शन करने तथा कल यहां आईआईटी-भुवनेश्वर एवं भारतीय विद्या भवन के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है.
इसी बीच राज्य सरकार ने श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) को राष्ट्रपति के दर्शन कार्यक्रम को निर्बाध बनाने के लिए सभी जरुरी इंतजाम करने को कहा है. मंदिर के मुख्य प्रशासक अरविंद पाधी ने कहा, ‘‘इस बार हम यह सुनिश्चित करेंगे कि केवल जरुरी अधिकारी एवं पुरोहित ही राष्ट्रपति के आसपास हों. उनके स्वागत के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं.’’ पाधी ने कहा, ‘‘एसजेटीए राष्ट्रपति को स्मृतिचिह्न के रुप में कांची अभियान का पट्टचित्र प्रदान करेगा. राष्ट्रपति के नाम से मंदिर में देवी-देवताओं को पवित्र ध्वज भी अर्पित किया जाएगा.’’राष्ट्रपति की पिछली यात्रा मंदिर में उनके पारिवारिक पुरोहितों को लेकर विवादों में घिर गयी थी, इसलिए इस बार एसजेटीए ने मुखर्जी से सलाह मांगी है कि क्या उन्हें मंदिर में किसी सेवक की जरुरत है. भुवनेश्वर में राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए पुलिस के करीब 40 प्लाटून (करीब 120 पुलिसकर्मी) एवं 501 अधिकारी में लगे हो सकते हैं. इसी प्रकार पुरी में पुलिस के 22 प्लाटून एवं 50 अधिकारी तैनात किए जाएंगे.