लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज मुजफ्फरनगर में दो गुटों के बीच विवाद में छह लोगों की हत्या को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए आगाह किया कि राज्य का माहौल खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में मुजफ्फरनगर की वारदात को अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि सरकार पूरी जिम्मेदारी से काम करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पूरी कोशिश है कि हालात कैसे बेहतर हों. जहां सख्त कार्रवाई की जरुरत होगी, वहां की जाएगी. मेरी लोगों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान नहीं दे. संयम से काम लें. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.’’
अखिलेश ने कहा कि अभी यह कहना मुश्किल है कि यह हरकत किसने की. प्रशासन और पुलिस मुजफ्फरनगर के घटनाक्रम पर पूरी तरह नजर रख रही है ताकि माहौल खराब करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके. गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर जिले के कुछ हिस्सों में भड़की हिंसा में आईबीएन7 के संवाददाता राजेश वर्मा और पुलिस के लिए काम कर रहे एक फोटोग्राफर इसरार समेत छह लोगों की मृत्यु हो गयी.हिंसा उस समय भड़की जब पिछले महीने कावल में तीन लोगों की हत्या की घटना के सिलसिले में दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग करते हुए नगलाबढोद गांव में निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए एक बैठक हो रही थी. सभा से लौट रहे लोगों के एक समूह ने साकेडा गांव में एक फोटोग्राफर को पीट-पीट कर मार दिया.इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रान्तीय अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा को सरकार, पुलिस और प्रशासन की लापरवाही का नतीजा करार दिया है.
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में पिछले 15 दिनों से हालात खराब हैं लेकिन प्रशासन और पुलिस एकतरफा कार्रवाई करने में व्यस्त रही.उधर, कांग्रेस प्रवक्ता जीशान हैदर ने इस वारदात के लिये राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मामले की जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.