अविभाजित आंध्र के समर्थक कर्मचारियों की रैली
हैदराबाद: तेलंगाना समर्थक आंदोलनकारियों के हमलों का सामना करते हुए तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों के करीब एक लाख कर्मचारी आज यहां एक रैली के लिए जुटे और प्रदेश को अविभाजित बनाये रखने की मांग की.गौरतलब है कि तेलंगाना के नालगोंडा, खम्मम, मेडक और वारंगल जिलों के कर्मचारियों ने भी आंध्र प्रदेश गैर राजपत्रित अधिकारी […]
हैदराबाद: तेलंगाना समर्थक आंदोलनकारियों के हमलों का सामना करते हुए तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों के करीब एक लाख कर्मचारी आज यहां एक रैली के लिए जुटे और प्रदेश को अविभाजित बनाये रखने की मांग की.गौरतलब है कि तेलंगाना के नालगोंडा, खम्मम, मेडक और वारंगल जिलों के कर्मचारियों ने भी आंध्र प्रदेश गैर राजपत्रित अधिकारी संघ की ओर से आयोजित रैली में भाग लिया. हालांकि उनकी संख्या कम थी.
लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में 80,000 से अधिक सरकारी कर्मचारी अपने पहचान पत्रों के साथ पहुंचे और बिना परिचय पत्र के पहुंचे कई हजारों लोग रैली स्थल के बाहर रहे. आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा लागू पाबंदियों के चलते राजनीतिक दलों के नेताओं ने रैली में भाग नहीं लिया. तेलंगाना समर्थक लोगों ने रैली निकाल रहे लोगों को रोकने का प्रयास किया. ‘समैक्य आंध्र’ रैली को नाकाम करने के लिए तेलंगाना संयुक्त कार्य समिति की ओर से 24 घंटे के बंद का आह्वान किया गया जिसका हैदराबाद में मामूली असर दिखाई दिया.
इससे पहले तेलंगाना समर्थकों ने सुबह रैली को बाधित करने के प्रयास में पुलिसकर्मियों पर तथा आंध्र-रायलसीमा क्षेत्रों के कर्मचारियों पर पथराव किया.