नयी दिल्ली: नरेंद्र मोदी को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर पेश किये जाने की चर्चाओं के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आज कहा कि उसने इस प्रमुख विषय पर अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है और इस बारे में निर्णय भाजपा को लेना है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यह टिप्पणी इसलिए अहम मानी जा रही है क्योंकि यह संघ, विहिप और भाजपा के नेताओं की दो दिवसीय उच्चस्तरीय बैठक से पहले आई है जिसमें मोदी भी मौजूद रहेंगे.मोदी को पहले ही भाजपा की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाया जा चुका है और 2014 के आम चुनावों से पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाने को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं.
संघ के पदाधिकारी मनमोहन वैद्य ने इस बारे में कहा, ‘‘संघ ने पहले ही अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. संघ ने पार्टी को सूचित कर दिया है. पार्टी इसे जानती है. पार्टी को इस बारे में निर्णय लेना है कि कौन घोषणा करेगा और कब फैसला होगा. मैं यहां इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा.’’जब वैद्य से पूछा गया कि क्या संघ भाजपा में नेतृत्व के मुद्दे पर चिंतन नहीं करेगा तो उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी चर्चा हर रोज हो रही है.’’वैद्य ने कहा, ‘‘चुनाव नजदीक हैं. विकल्प जनता देगी और पार्टी इस संबंध में खुद को तैयार कर रही है. इसलिए विकल्प का मुद्दा काफी आगे बढ़ गया है. इस बारे में यहां चर्चा की जरुरत नहीं है.’’उन्होंने कहा कि मोदी दो दिवसीय बैठक में भाग लेंगे जहां संघ और भाजपा के शीर्ष नेता शामिल होंगे और देश में मौजूदा हालात पर चिंतन करेंगे.
कल से शुरु हो रही दो दिवसीय बैठक को सामान्य नियमित बैठक बताते हुए संघ प्रवक्ता ने कहा कि संघ के 25 और भाजपा के 12 पदाधिकारियों समेत 65 नेता इसमें भाग लेंगे. इनमें 13 अन्य अलग अलग संगठनों के पदाधिकारी भी होंगे.
वैद्य ने कहा कि बैठक पूर्व नियोजित थी और इस महीने की शुरुआत में होनी थी लेकिन संसद के सत्र की अवधि बढ़ने के कारण इसे बढ़ा दिया गया. उन्होंने कहा, ‘‘यह नियमित बैठक है. हम हर साल जनवरी और सितंबर में बैठते हैं. इसमें राजनीति पर चर्चा नहीं की जाएगी.’’वैद्य ने कहा कि सर संघचालक मोहन भागवत अपनी पहले से तय व्यस्तताओं के कारण कल नहीं आएंगे लेकिन सोमवार को वह बैठक में शामिल होंगे.
उन्होंने कहा कि मोदी बैठक में शामिल होने वाले भाजपा के एक मात्र मुख्यमंत्री होंगे क्योंकि वह भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य हैं.