नयी दिल्ली : भारत और फ्रांस ने 36 राफेल जंगी जेट विमानों की एक निश्चित समय सीमा के अंदर खरीद का ब्योरा तैयार करने के लिए टीमें गठित करने का बुधवार को फैसला किया. यह निर्णय यहां यात्र पर आये फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां यवेस ली द्रायन और उनके समकक्ष मनोहर र्पीकर के बीच भेंट के बाद लिया गया.
पिछले महीने अपनी फ्रांस यात्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों सरकारों के बीच करार के तहत फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू जेट खरीदने के भारत के इरादे की घोषणा की थी. उसी दिशा में द्रायन और र्पीकर आगे की रूपरेखा तय करने के लिए एक दूसरे से मिले. रक्षा मंत्रालय के एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है, ‘दोनों रक्षामंत्रियों ने इस विषय पर अंतर-सरकारी समझौते को शीघ्र पूरा करने के तौर तरीकों पर चर्चा की. दोनों पक्षों ने निश्चित समय-सीमा के अंदर ब्योरा तैयार करने के लिए टीमें गठित करने का निर्णय लिया.’
रक्षा सूत्रों ने कहा था कि राफेल विनिर्माता फ्रांसीसी कंपनी दसाल्ट एविएशन फ्रांस के मेरिगनाक में अपने वर्तमान उत्पादन को बढ़ाने को लेकर अपनी इकाई लगाने के लिए सरकारी एचएएल या किसी निजी कंपनी के साथ संयुक्त उपक्रम बना सकती है. यह सौदा करीब 6 अरब डॉलर से अधिक का होगा और उसमें 30-50 फीसदी के ऑफसेट की शर्त होगी.