केंद्र ने मुजफ्फरनगर हिंसा पर रिपोर्ट मांगी
नयी दिल्ली : केंद्र ने मुजफ्फरनगर हिंसा पर उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है और उसे दंगा रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. केंद्रीय गृहमंत्रालय के अधिकारी लगातार उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में हैं और उन्होंने उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस जिले में हिंसा पर काबू पाने के […]
नयी दिल्ली : केंद्र ने मुजफ्फरनगर हिंसा पर उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है और उसे दंगा रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. केंद्रीय गृहमंत्रालय के अधिकारी लगातार उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में हैं और उन्होंने उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस जिले में हिंसा पर काबू पाने के लिए सभी संभव सहायता का आश्वासन दिया है.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्र ने राज्य सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए जरुरी कदम उठाने को कहा है कि सांप्रदायिक तनाव राज्य के अन्य हिस्सों में न फैले.
सूत्रों ने बताया कि यदि जरुरी हो, तो एहतियाती गिरफ्तारी एवं उन लोगों को, जो शांति भंग करने के लिए समस्या खड़ी कर सकते हैं, नजरबंद करने जैसे कदम उठाए जाने चाहिए. गृहमंत्रालय को खासकर इस बात की चिंता है कि निकट अतीत में उत्तर प्रदेश के सामाजिक ताने बाने को तोड़ने के प्रयास हुए हैं और हाल में ये प्रयास तेज हो गए हैं.
केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कल ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बातचीत की थी और इस मुद्दे पर चर्चा की थी. केंद्र ने शुक्रवार को सात राज्यों के मुख्य सचिवों एवं पुलिस महानिदेशकों के साथ एक बैठक की थी और देश के विभिन्न हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की थी.
मुजफ्फरनगर जिले के दंगा प्रभावित क्षेत्रों में सेना के जवानों ने आज फ्लैग मार्च किया जहां दो समुदायों के बीच संघर्ष में 12 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हिंसा के सिलसिले में 30 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. कवल गांव में 27 अगस्त को तीन लोग मारे गए थे, उसके बाद से काफी तनाव चल रहा है.